संविधान सभा में महिलाओं की भूमिका की पीएम मोदी ने दिलाई याद, कहा…
Edited by: Vandana Ravindra.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान के 75 साल पूरे होने पर आयोजित विशेष बहस के दौरान लोकसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने करोड़ों भारतीयों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, संविधान निर्माताओं ने यह नहीं माना कि, भारत में लोकतंत्र का जन्म 1950 में हुआ था। इसके बजाय, वे देश की हजारों साल पुरानी विरासत में विश्वास करते थे।
पीएम ने आगे कहा कि, संविधान सभा में महिलाओं ने बड़ी भूमिका निभाई थी, उन्होंने कहा कि सरकार की हर पहल के केंद्र में महिलाएं ही थीं। भारत के संविधान को अपनाने की 75 साल पूरे होने पर दो दिवसीय विशेष बहस संसद के निचले सदन लोकसभा में शुरू हुई। बहस के पहले दिन सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए और विपक्ष के कांग्रेस के नेतृत्व वाले भारत ब्लॉक के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिसमें केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और महुआ मोइत्रा समेत अन्य वक्ता शामिल थे।
राज्यसभा में 16 और 17 दिसंबर को भी बहस सत्र होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को संसद के ऊपरी सदन में चर्चा की शुरुआत करेंगे। यह सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी दलों के बीच कई मुद्दों पर चल रहे गतिरोध के बीच हो रहा है, जिसने शीतकालीन सत्र की शुरुआत से ही दोनों सदनों के सामान्य कामकाज को रोका है। जो 20 दिसंबर को खत्म हो सकता है।