अयोध्या: सीएम योगी ने कहा एकजुट हो जाएं सनातनी, सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म…
Edited by: Vandana Ravindra.
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम के अशर्फी भवन आश्रम में आयोजित भव्य अष्टोत्तरशत 108 श्रीमद्भागवत पाठ और पंच नारायण महायज्ञ में भाग लिया। जहां सीएम योगी ने महायज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए आहुतियां अर्पित की।
सनातन धर्म की रक्षा और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार होगा- सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह यज्ञ न केवल आत्मशुद्धि और पर्यावरण शुद्धि का माध्यम है, बल्कि यह सनातन धर्म की रक्षा और समाज में सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार भी करता है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन मां सरयू के पवित्र अंचल और भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर हो रहा है, जो इस यज्ञ को और भी विशेष बनाता है। महायज्ञ के बाद सीएम योगी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, सनातन धर्म ही भारत का राष्ट्रीय धर्म है और इसे सुरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है। धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और शांति का प्रसार होता है।
औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं – सीएम
अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी ने ऐतिहासिक मंदिरों पर आक्रमण की घटनाओं का जिक्र किया। सीएम ने कहा कि, जो लोग इन पवित्र स्थलों को नष्ट करने का काम करते थे, उनका कुल और वंश नष्ट हो गया। सीएम ने कहा कि, औरंगजेब के परिवार के लोग आज रिक्शा चला रहे हैं, यह उनकी दुर्गति है। अगर उन्होंने पुण्य किए होते और मंदिरों को न तोड़ा होता, तो क्या उनकी ऐसी स्थिति होती? सीएम बोले कि, विश्व शांति की स्थापना केवल सनातन धर्म के माध्यम से हो सकती है. यह शाश्वत धर्म है, जो सृष्टि के आरंभ से ही चला आ रहा है। भारत तब तक भारत है जब तक यहां सनातन धर्म सुरक्षित है। सनातन धर्म के संरक्षण और संवर्धन के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव पुनः स्थापित- सीएम
भविष्य में इसे किसी भी प्रकार की विकृतियों या विसंगतियों से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना होगा। सीएम बोले कि, हो सकता है कि किसी कालखंड में कुछ विसंगतिया आई हो लेकिन महापुरुषों के दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत और विकास के बीच बेहतर समन्वय होना चाहिए। सीएम योगी ने राममंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या में हो रहे विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि, डबल इंजन की सरकार ने संतों के मार्गदर्शन में अयोध्या के वैभव को पुनः स्थापित करने का काम किया है। रामलला के भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या धाम का विकास इसका जीवंत उदाहरण है। सीएम योगी ने कहा कि, जिन गलतियों की वजह से भारत को गुलामी की बेड़ियां झेलनी पड़ीं और हमारे धर्म स्थलों का अपमान हुआ, उन्हें दोबारा नहीं दोहराया जाना चाहिए।
बांग्लादेश और पाकिस्तान का किया जिक्र
सीएम योगी ने पड़ोसी देश का भी जिक्र किया, उन्होंने कहा कि आज बांग्लादेश में क्या हो रहा है, पाकिस्तान में क्या हुआ था, इससे पहले अफगानिस्तान में क्या हुआ ? मैं पूछना चाहता हूं उन लोगों से वह कौन लोग थे जिन्होंने देश के अंदर सनातन धर्म से जुड़े हुए उन मान बिंदुओं को नष्ट करने का काम किया था, और क्यों किया था, उसके पीछे की नियत क्या थी. उसके पीछे की नियति थी अपने कुकृत्यों को अंजाम दे करके पूरी धरती को नर्क बनाने की।
पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों का आज कोई अस्तित्व नहीं है- सीएम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर, अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि, मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि, संभल में कल्की अवतार की हरिहर भूमि, भोज में ज्ञान के अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के पावन मंदिर जैसे पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों का आज कोई अस्तित्व नहीं है. यह उनके पापों का परिणाम है. उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि, भविष्य में कोई भी ऐसी स्थितियां उत्पन्न न हो, जिनसे हमारे धर्म स्थलों को अपमानित होना पड़े.”