कोई भी व्यक्ति किसी पद पर पहुंचने से महान नहीं बनता बल्कि अपने आचरणों से वो महान बनता है। और इस कहावत को सच कर दिखाया है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने।

दरअसल, सीएम योगी आज गाजीपुर के दौरे पर पहुंचे। मुख्यमंत्री का हेलिकॉप्टर पुलिस लाइन के ग्राउंड में उतरा। पुलिस लाइन में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद मेडिकल कॉलेज में बन रहे नर्सिंग कॉलेज का निरीक्षण किया। इसके बाद प्रोटोकॉल को तोड़कर मेडिकल कॉलेज के छात्रों से मिले। साथ ही उनके साथ फोटो सेशन भी कराया। इससे दौरान मेडिकल कॉलेज के छात्र काफी उत्साहित और खुश नजर आए। इसके बाद सीएम योगी ने अधिकारियों के साथ कलेक्ट्रेट स्थित राइफल क्लब में समीक्षा बैठक की। वहां जनपद स्तरीय सभी अधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक कर योजनाओं के बारे में जानकारी ली। इस दौरान उनके साथ पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर ,जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ,गाजीपुर के प्रभारी मंत्री रविंद्र जायसवाल, विधायक बेदी राम, राज्यसभा सांसद डॉक्टर संगीता बलवंत के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह मौजूद रहे।

जहां मीडिया के साथ ब्रीफ करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, आज वाराणसी भ्रमण के दौरान गाजीपुर जनपद आने का अवसर प्राप्त हुआ है। देश के भौगोलिक और सामाजिक पृष्ठभूमि से जुड़ा हुआ है यह जनपद काफी महत्वपूर्ण है। रामायण काल से और उसके पहले से भी गाजीपुर का इतिहास है। लेकिन इसके बीच के कालखंड को इस जनपद को अपनी पहचान से महरूम होना पड़ा। उन्होंने कहा कि, “पूर्वांचल एक्सप्रेस हो या महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज और इस दौरान मेडिकल कॉलेज में निर्माणाधीन नर्सिंग कॉलेज का भी निरीक्षण किया है। यहां पर विकास कार्यों की समीक्षा भी किया है जिसमें जल जीवन मिशन के कार्य भी यहां पर युद्ध स्तर पर चल रहे हैं. जिसके क्वॉलिटी मेंटेन करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.”

सीएम ने आगे कहा कि, हमें विश्वास है कि यह आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर गाजीपुर को एक नई पहचान बनाएगा। आज हमें इस जनपद में आने का अवसर प्राप्त हुआ है हमें विश्वास है कि यहां पर चल है परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास के लिए यहां के लोगों को उपहार देंगे. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के फतेहाबाद कस्बे और बादशाही बाग इलाके का नाम बदलने की तैयारी है. जिसके अनुसार फतेहाबाद कस्बे का नाम सिंदूरपुरम और बादशाही बाग इलाके का नाम ब्रह्मपुरम रखा जाएगा. नाम बदलने का प्रस्ताव जिला अध्यक्ष द्वारा बोर्ड की बैठक में पास कर दिया गया है. वहीं, अब इस प्रस्ताव को राज्य सरकार को दिया गया है. राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद दोनों कस्बों का नाम बदल जाएगा. इस बात की जानकारी एक न्यूज एजेंसी की तरफ से दी गई है।

सीएम योगी ने बोले कि, “हमें गर्व महसूस हो रहा है कि हमने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती को भी संपन्न किया है और इस 60000 से ज्यादा पुलिस भर्ती में गाजीपुर के अकेले 1524 अभ्यर्थी रहे जो काफी गर्व की बात है। जिसके लिए मैं गाजीपुर के लोगों का अभिनंदन करता हूं और उनके परिवारों को बधाई देता हूं।” इस दौरान उन्होंने अपने जनप्रतिनिधियों की तरफ से दिए गए प्रस्ताव अंधऊ चौकिया बाईपास का प्रस्ताव दिया गया जिसे मैनें स्वीकृति दे दी। जिससे आने वाले समय में विकास और यातायात के समस्या का बड़ा समाधान होगा। इसके साथ ही चित नाथ घाट से कलेक्टर घाट से जोड़ने के लिए कॉरिडोर की भी मांग की गई है जिसके लिए हम इसका डीपीआर मंगवा रहे हैं। सीएम ने कहा, हमें प्रसन्नता है कि जनपद अच्छे दिशा में आगे बढ़ रहा है राजस्व के विवादों का मेरिट के आधार पर निस्तारण हुआ है। माफिया मुक्त गाजीपुर जनपद बन गया है, अब विकास की प्रक्रिया के साथ गाजीपुर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ आगे बढ़ रहा है. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को शक्तिनगर तक और गंगा एक्सप्रेसवे को मिर्जापुर भदोही वाराणसी चंदौली होते हुए गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलने की कार्रवाई हमारे आगे बढ़ने जा रही है।

बताते चलें कि, आगरा जिला पंचायत ने फतेहाबाद कस्बे और बादशाही बाग इलाके का नाम बदलकर क्रमश: सिंदूरपुरम और ब्रह्मपुरम करने का फैसला किया है। इसको लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया ने बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखा और सर्वसम्मति से पारित कर दिया। अब इसे मंजूरी के लिए योगी सरकार को भेज दिया गया है। भदौरिया ने कहा कि प्रस्ताव में नाम बदलने की वकालत की गई है क्योंकि ये गुलामी का प्रतीक हैं. प्रस्ताव में कहा गया है कि शहर को पहले सामूगढ़ कहा जाता था और बाद में इसका नाम बदलकर फतेहाबाद कर दिया गया। प्रस्ताव में सुझाव दिया गया है कि, इसका नाम बदलकर सिंदूरपुरम कर दिया जाए. इसमें यह भी सुझाव दिया गया है कि फतेहाबाद के बादशाही बाग इलाके का नाम बदलकर ब्रह्मोस मिसाइल और भगवान ब्रह्मा के नाम पर ब्रह्मपुरम रखा जा सकता है। वहीं, बोर्ड के एक अन्य सदस्य ने बताया कि स्थानीय लोगों की तरफ से बहुत पहले से दोनों कस्बों का नाम बदलने की मांग की जा रही थी. जिसको लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष की तरफ से एक बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में दोनों कस्बों का नाम बदलने का प्रस्ताव पेश किया गया।
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