उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गाजियाबाद के दौरे पर रहेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज औद्योगिक क्षेत्र साइट चार में सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (CEL) के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।

यहां वह डाटा सेंटर का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद वह दोपहर में इंदिरापुरम स्थित कैलास मानसरोवर भवन पहुंचेंगे। यहां वह अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विमान सुबह करीब सवा 11 बजे हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर उतरेगा। इसके बाद वह सड़क मार्ग द्वारा मोहन नगर, वसुंधरा रेड लाइट और साइट चार होते हुए सीईएल पहुंचेंगे। यहां करीब दो घंटे रहने के बाद वह इंदिरापुरम कैलास मानसरोव भवन के लिए रवाना होंगे। यहां से वह वसुंधरा होते हुए सीआइएसएफ रोड से कैलास भवन पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम को लेकर बीती रात प्रशासन और पुलिस ने तैयारियों को अंतिम रूप दिया। वहीं बुधवार देर रात जिलाधिकारी दीपक मीणा और प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
टियर-3 ग्रीन डाटा सेंटर कई खूबियों से है लैस
सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड और ESDS साफ्टवेयर साल्यूशन लिमिटेड द्वारा तैयार टियर-3 ग्रीन डाटा सेंटर कई खूबियों से लैस है। यह डिजिटल इंडिया व ग्रीन इंडिया को ध्यान में रखकर सस्टेनेबल और भविष्य आधारित डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण का माध्यम बनेगा।
- इसकी स्थापना से प्रदेश में नवाचार और रोजगार सृजन में मदद मिलेगी। 30 मेगावॉट कुल क्षमता युक्त डाटा सेंटर का होगा निर्माण ग्रीन डाटा सेंटर का परिसर टियर-थ्री प्रमाणित होगा और इसे ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन के आधार पर निर्मित किया जाएगा।
- इसकी कुल क्षमता 30 मेगावाट की होगी और यह तीन मंजिलों में फैले हाई डेंसिटी रैक आधारित होगा।
- इस डाटा सेंटर को 40 जीबीपीएस रिंग फाइबर बैकबोन तथा मल्टी आईएसपी सपोर्ट से युक्त किया जाएगा।
डाटा सेंटर में बुक करा सकेंगे स्पेस
सीईएल में शुरू होने वाले डाटा सेंटर का लाभ उद्योगों, सर्विस सेक्टर, आइटी समेत तमाम संस्थानों को मिल सकेगा। अधिकारियों का दावा है कि यह ग्रीन डाटा सेंटर के तौर पर काम करेगा। संस्थान अपना डाटा के लिए स्पेस भी बुक करा सकेंगे। सीईएल के प्रवक्ता कृष्णवीर ने बताया कि, नया डाटा सेंटर एक बैंक लॉकर की तरह काम करेगा, जिसमें औद्योगिक क्षेत्र की अन्य कंपनियों का डेटा सुरक्षित रूप से संग्रहित किया जा सकेगा। यह सेंटर औद्योगिक डेटा की सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण पहल है।
सीएम योगी कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं से करेंगे मुलाकात
डाटा सेंटर का लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी दोपहर करीब 1:30 बजे इंदिरापुरम स्थित कैलाश मानसरोवर भवन पहुंचेंगे, जहां वह जिले के जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में चल रही विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे। इसके अलावा, वह कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं से मिलेंगे, उन्हें यात्रा किट देंगे और यात्रा के लिए जत्थे को रवाना करेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। कड़कड़ मॉडल और झंडापुर क्षेत्र सहित कार्यक्रम स्थलों के आसपास भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। डीसीपी ट्रांस हिंडन के अनुसार, पूरे इलाके में 600 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं, जिनमें सादी वर्दी और खाकी वर्दी दोनों में सुरक्षाकर्मी शामिल हैं। इसके साथ ही इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) भी निगरानी में सक्रिय है ताकि कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा में कोई चूक न हो।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके आगमन से एक दिन पहले टीएचए में साफ-सफाई से लेकर मार्गों को चमकाने और सुंदरीकरण के काम देर रात तक चलते रहे। नगर निगम, यूपीसीडा, आवास विकास समेत अन्य विभाग मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर बुधवार को काम कराते दिखे। मुख्यमंत्री के स्वागत में सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (सीईएल) कंपनी के आसपास की सड़कें व फुटपाथ चमका दिए गए हैं। यूपीसीडा ने सौर ऊर्जा मार्ग का सुंदरीकरण कराकर नई स्ट्रीट लाइटें लगवाई हैं। इसके अलावा एलिवेटेड मार्ग को भी चकमा दिया गया है। भारत सरकार की सेंट्रल इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (सीईएल) के स्वर्ण जयंती समारोह को एक वर्ष पूरा होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह आ रहे हैं। मुख्यमंत्री यहां उद्योगों के लिए डाटा सेंटर का शिलान्यास भी करेंगे। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि बुधवार को दिन भर सफाई का काम कराया गया। इसके अलावा उद्यानीकरण भी मार्ग के दोनों किनारों पर कराया गया है।
आगामी पर्व-त्यौहारों के मद्देनजर दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी पर्व-त्यौहारों के मद्देनजर कानून-व्यवस्था, सौहार्दपूर्ण वातावरण और जनसुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए बुधवार देर शाम शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक में प्रदेश के समस्त पुलिस आयुक्तों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों शामिल हुए। बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी आयोजन श्रद्धा, सुरक्षा और सामंजस्य के साथ होना चाहिए, इसके लिए प्रशासनिक मशीनरी को पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ अपना काम करना होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि, आगामी 11 जुलाई से 9 अगस्त तक पवित्र श्रावण मास रहेगा, जिसके दौरान कांवड़ यात्रा, श्रावणी शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन जैसे पर्व मनाए जाएंगे. इसी समयकाल में 27 जून से 8 जुलाई तक जगन्नाथ रथ यात्रा और 27 जून से 6-7 जुलाई तक मोहर्रम के आयोजन संभावित हैं. इस समय प्रदेश की कानून-व्यवस्था, मेडिकल, स्वच्छता, शिक्षा और आपदा प्रबंधन के लिहाज से संवेदनशील है. इसलिए सभी संबंधित विभाग और जिला प्रशासन कॉर्डिनेशन के साथ अपना काम करें।
कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर निर्देश

कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह यात्रा आस्था, अनुशासन और उल्लास का प्रतीक है। उत्तराखंड सीमा से सटे जिले सहित गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अयोध्या, प्रयागराज, काशी, बाराबंकी और बस्ती जैसे जिलों में खास सतर्कता बरतें। दूसरों राज्यों के साथ कॉर्डिनेशन लगातार बना रहना चाहिए। यात्रा के रास्ते पर डीजे, ढोल-ताशा और संगीत की आवाज पहले से निश्चित मानकों के हिसाब से ही होनी चाहिए। कानफोड़ू (तेज) आवाज, भड़काऊ नारे, और परंपरा से इतर रूट में बदलाव किसी दशा में स्वीकार्य नहीं होंगे। ताजिया, रथ या कांवड़ यात्रा में हर डीजे की ऊंचाई भी नियत सीमा से अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किसी शोभायात्रा के लिए पेड़ काटना, झुग्गियां हटाना या गरीबों का रहने के स्थान को उजाड़ना बिल्कुल स्वीकार्य नहीं होगा।
Leave a comment