आमदनी अठन्नी के लिए नहीं महाकुंभ में खर्चा किया गया है रुपैया, सीएम योगी ने बताया कितनी होगी कमाई…
Edited by: Vandana Ravindra.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में महाकुंभ 2025 की तैयारियां लगभग समापन की ओर हैं। 13 जनवरी से महाकुंभ का आयोजन शुरु होगा, इस अवसर पर संगम नगरी पूरे उत्साह के साथ दुनियाभर के श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार है।
महाकुंभ में 40 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु आ सकते हैं- सीएम
माना जा रहा है कि, इस बार प्रयागराज महाकुंभ में 40 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालु आ सकते हैं। इनकी भारी संख्या में आगंतुकों के चलते यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़े स्तर पर तैयारियां की हैं। जाहिर है वैश्विक स्तर के आयोजन में पैसा भी पानी की तरह बहाया गया होगा। लेकिन इस महाकुंभ में जितना पैसा सरकार का खर्च हुआ है उससे कहीं ज्यादा कमाई होगी। दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुलासा किया है कि, इस आयोजन से उत्तर प्रदेश की कितनी आय भी होने वाली है।
महाकुम्भ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का परिचायक- सीएम
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, महाकुम्भ भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का परिचायक है जो कि भारत समेत पूरी दुनिया को अपनी प्राचीन परंपराओं पर गर्व करने और सांस्कृतिक जड़ों को समझने का अवसर प्रदान करता है। महाकुम्भ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने से उत्तर प्रदेश को दो लाख करोड़ रुपये तक की आर्थिक वृद्धि होने की की संभावना है।
महाकुम्भ भव्य, दिव्य और डिजिटल होगा- सीएम
सीएम योगी ने कहा कि, इस बार का महाकुम्भ भव्य, दिव्य और डिजिटल होगा। इस आयोजन को सफल और सुविधाजनक बनाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल 1.5 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है। साथ ही गंगा और यमुना में किसी तरह का गंदा पानी जाने से रोकने की भी व्यवस्था की गई है। परिवहन, आवास, भोजन और अन्य चीजों पर पैसे खर्च करते हैं। इससे लोकल व्यवसाय और रोजगार को बढ़ावा मिलता है।
बताते चलें कि, साल 2024 में 16 करोड़ से ज्यादा लोगों ने काशी विश्वनाथ के दर्शन किए हैं। वहीं, जनवरी 2024 से सितंबर तक 13 करोड़ 55 लाख से ज्यादा लोगों ने अयोध्या के दर्शन किए हैं।