अमेरिका ने पहले तो ईरान औऱ इजरायल के युद्ध में बीच कूदकर युद्घ को और भड़का दिया। और फिर अचानक से सीजफायर का एलान कर दिया। हालांकि, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष विराम की घोषणा भले ही कर दी हों, लेकिन दोनों तरफ से मिसाइलों की बारिश लगातार जारी है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार देर रात दावा किया था कि इजरायल और ईरान ने युद्धविराम के लिए उनसे संपर्क किया था। ट्रंप के मुताबिक, दोनों ने एक ही साथ युद्धविराम के लिए संपर्क किया था। संघर्ष विराम समझौते की घोषणा करने के कुछ ही घंटों बाद ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि “इजरायल और ईरान लगभग एक साथ मेरे पास आए और कहा, ‘शांति!’ मुझे पता था कि अब समय आ गया है। दुनिया और मध्य पूर्व असली विजेता हैं! दोनों राष्ट्र अपने भविष्य में जबरदस्त प्यार, शांति और समृद्धि देखेंगे।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि “उनके पास पाने के लिए बहुत कुछ है और फिर भी, अगर वे धर्म और सत्य के मार्ग से भटक गए तो उनके पास खोने के लिए बहुत कुछ है।

ट्रंप ने कहा कि, इजरायल और ईरान का भविष्य असीमित है और महान वादों से भरा है। भगवान आप दोनों को आशीर्वाद दें!” रिपोर्ट की मानें तो ईरान की तरफ से कतर में अमेरिकी बेस पर मिसाइल हमला करने के कुछ घंटों बाद ही डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर के लिए पर्दे के पीछे से जमकर काम किया है। डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही युद्धविराम की घोषणा की है लेकिन ईरान के सरकारी मीडिया ने मंगलवार को घोषणा की है कि कतर में अमेरिकी बेस पर ईरान के जवाबी हमले के कुछ घंटों बाद देश की सैन्य प्रतिक्रिया के बाद “दुश्मन पर युद्ध विराम लगाया गया है”। ईरान का कहना है कि अमेरिका ने इजरायल को युद्धविराम के लिए मजबूर किया है, क्योंकि ईरान ने जबरदस्त हमले किए थे।

ईरान के एक एंकर ने लाइव में कहा कि “अमेरिकी आक्रमण के जवाब में सेपा (इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स) के सफल मिसाइल ऑपरेशन और हमारी भूमि की रक्षा में हमारे प्यारे लोगों की मजबूती और एकता ने दुश्मन पर युद्ध विराम लगाया है।” हालांकि ईरानी एंकर ने ये नहीं बताया है कि, ये युद्धविराम लागू कब से होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कतर में अमेरिका के अल उदीद बेस पर ईरान के हमलों के तुरंत बाद “भीख मांगने वाले तरीके से” ईरान और इजराइल के बीच युद्ध विराम का अनुरोध किया था। जानकारी के मुताबिक, ईरान ने आज सुबह एक के बाद एक तीन मिसाइलें दागी। जिनकी चपेट में आने से इजरायल के तीन नागरिकों की मौत हो गई है। जबकि, इजरायली हमले में ईरान के एक और टॉप न्यूक्लियर साइंटिस्ट में शामिल सेदिघी सबर की जान चली गई।

वहीं इजराइल के फायर एंड रेस्क्यू सेंटर ने आज सुबह बताया कि ईरानी मिसाइल गिरने से बीरशेबा में तीन लोगों की मौत हो गई है। घटना के बाद यूनाइटेड हत्ज़ाला पैरामेडिक्स बीरशेबा में घटनास्थल पर पहुंचे। रिपोर्ट में कहा गया है कि “अब तक, हमने कई मामूली रूप से घायल लोगों का इलाज किया जा रहा है। इसके अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है और घायलों की तलाश की जा रही है। साथ ही, यूनाइटेड हत्ज़ाला रेजिलिएशन टीमें घटनास्थल पर घबराए हुए पीड़ितों की सहायता कर रही हैं।” इससे पहले एक बयान जारी किया गया था कि, स्थिति के आंकलन के बाद होम फ्रंट कमांड ने इजरायल के लोगों को सुरक्षित स्थानों से अब बाहर आने की इजाजत दे दी है। इजरायली सेना ने कहा है कि, देशभर में खोज और बचाव कार्य लगातार जारी है। जहां से ईरानी प्रोजेक्टाइल गिरने की रिपोर्ट मिली है।

इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा है कि, ईरानी मिसाइलों के दागे जाने के बाद इजरायल के कई इलाकों में सायरन बजने लगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, सबर पर हमला ईरानी राजधानी के डाउनटाउन क्षेत्र में फेरदौसी और वली असर की मुख्य सड़कों के पास किया गया था। 13 जून को ईरान के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने के बाद से ईरान के कई शीर्ष परमाणु वैज्ञानिकों को इजरायली हमलों का निशाना बनाया गया है। खबर है कि, ईरानी हमलों से बौखलाए इजरायल ने एक बार फिर से ईरान की तरफ से दागी गई नई मिसाइलों को लेकर चेतावनी जारी की है और निवासियों को बंकरों में जाने के लिए कहा है। इजरायल की सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए अगली सूचना तक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है।
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