बस कुछ और सालों का इंतजार, फिर भारत के पास होगा अपना अंतरिक्ष स्टेशन…
Edited by: Vandana Ravindra.
भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक के बाद एक कई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। इसरो ने चंद्रयान-1 के साथ चंद्रमा पर पानी की खोज से लेकर चंद्रयान-3 के साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरने तक, उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। इसके अलावा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 15 फ़रवरी, 2017 को एक साथ 104 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया था।
वहीं अब इसरो के नाम एक और उपलब्धि जुड़ने वाली है। दरअसल, केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एलान करते हुए बताया कि, साल 2035 तक भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हम 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के नाम से अंतरिक्ष स्टेशन बनाकर तैयार कर देंगे। इसके अलावा, 2040 तक हम एक भारतीय को चंद्रमा पर उतार सकते हैं।’ गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री मोदी ने भी 27 फरवरी को तिरुवनंतपुरम में गगनयान मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों के नामों की घोषणा करने के बाद इसकी चर्चा करते हुए कहा था कि, साल 2035 तक भारत के पास अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा।
बंगलूरू के यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में आयोजित कन्नड़ तकनिकी संगोष्ठी में मिली प्रमुख जानकारी के मुताबिक, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (बीएएस) के लिए योजनाओं का अनावरण किया है, जो भारत का पहला अंतरिक्ष स्टेशन बनने के लिए तैयार है। 52 टन वजनी बीएएस शुरू में तीन अंतरिक्ष यात्रियों की मेजबानी करेगा। हालांकि, भविष्य में इसकी क्षमता छह तक बढ़ाने की योजना है। बता दें कि, अभी तक दुनिया के पास एक ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन था, जिसे नासा ने कई देशों के साथ मिलकर तैयार किया था। लेकिन, अब चीन ने भी अपना अंतरिक्ष स्टेशन तैयार कर लिया है। इसलिए अब अंतरिक्ष में दो अंतरिक्ष स्टेशन हो गए हैं। अगर भारत अपना अंतरिक्ष स्टेशन बना लेता है, तो ऐसा करने वाला वो तीसरा देश होगा, ‘भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन’ का नाम (BSS) रखा गया है।
बीएएस एक मॉड्यूलर स्पेस स्टेशन है जिसे भारत ने जीवन विज्ञान, चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में वैज्ञानिक अनुसंधान का समर्थन करने और अंतरिक्ष अन्वेषण को बढ़ाने के लिए विकसित किया है। इसका पहला मॉड्यूल 2028 में LVM3 लॉन्च वाहन द्वारा लांच हो जाने की उम्मीद है, लेकिन पूरी तरह से भारत का ये अंतरिक्ष स्टेशन 2035 में पूरा होगा, जब इसके दूसरे मॉडयूल्स सेट कर दिए जाएंगे।बीएएस भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों के लिए सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण, मानव स्वास्थ्य और जीवन-निर्वाह प्रौद्योगिकियों पर रिसर्च और अध्ययन की किया जा सकता है। यह भारत को अंतरिक्ष अभियानों में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा।