भारत की ताकत में इजाफा, K-4 परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण
Edited by: Vandana Ravindra.
भारत ने परमाणु क्षमता को मजबूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। दरअसल, भारतीय नौसेना ने हाल ही में K-4 परमाणु-सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह सफल परीक्षण उच्च समुद्र पर भारत की बढ़ती शक्ति और अपने तटों से बहुत दूर तक परमाणु शक्ति को दर्शाती है। 27 नवंबर, 2024 को परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी INS अरिघाट से लॉन्च किया गया यह परीक्षण देश की दूसरी-हमलावर क्षमता को बढ़ाने की यात्रा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
3,500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली K-4 मिसाइल एक ठोस ईंधन वाली, परमाणु-सक्षम पनडुब्बी से प्रक्षेपित बैलिस्टिक मिसाइल (SLBM) है, जिसे भारतीय नौसेना को प्रतिरोध के लिए एक शक्तिशाली हथियार प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। K-4 मिसाइल के सफल प्रक्षेपण से भारत की परमाणु तिकड़ी में एक और ताकत जुड़ गई है, जिसमें भूमि आधारित मिसाइलें, हवा से दागे जाने वाले परमाणु हथियार और पनडुब्बी से दागे जाने वाले प्लेटफॉर्म शामिल हैं।
K-4 मिसाइल अपने पूर्ववर्ती K-15 की तुलना में एक महत्वपूर्ण अपग्रेड है, जिसकी रेंज 750 किमी है। K-4 दुश्मन के इलाके में गहराई तक हमला कर सकता है, जिससे चीन और पाकिस्तान सहित भारत के अधिकांश क्षेत्रीय विरोधियों को परमाणु-संचालित मिसाइलों से प्रभावी रूप से कवर किया जा सकता है।