जल्द हटेगी दिव्यांग होमगार्डों के आश्रितों की नियुक्ति पर लगी रोक, खिलेंगे आश्रितों के चेहरे…
Edited by: Vandana Ravindra.
स्थायी रूप से दिव्यांग होमगार्डों के आश्रितों की नियुक्ति पर लगी रोक जल्द ही हट सकती है। दरअसल, योगी सरकार ने इसे हटाने का फैसला लिया है। योगी सरकार के इस फैसले से उन दिव्यांग परिवारों को उम्मीद मिली है। जो लंबे समय से नियुक्ति के लिए गुहार लगा रहे थे।
दरअसल, अपने सेवाकाल में स्थाई रूप से दिव्यांग हो चुके होमगार्डों के आश्रितों की नियुक्ति की प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए सरकार ने एक स्पष्ट और बहुस्तरीय जांच प्रक्रिया को अपनाने का फैसला किया है। जिसके तहत अब नियुक्ति के लिए जिलास्तर से लेकर डीजी होमगार्ड कार्यालय तक कई चरणों में जांच और सिफारिशें की जाएंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर होमगार्ड विभाग ने आवेदन का सही और बिना पक्षपात के परीक्षण के लिए नई व्यवस्था लागू की गयी है। इसके लिए पात्र आश्रितों की जांच और नियुक्ति के लिए चार चरणों पर काम करेगा।
सबसे पहले आवेदन की जांच जिलास्तरीय सीएमओ समिति द्वारा की जाएगी। इसके बाद जिलास्तरीय समिति द्वारा संस्तुति मिलने पर, जिला कमांडेंट इसे डीजी होमगार्ड के पास भेजेंगे। फिर मुख्यालय स्तर पर गठित समिति होगी जो चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे, सभी तथ्यों की गहन जांच करेगी। इसके बाद फिर अंतिम में डीजी होमगार्ड समिति की सिफारिशों के आधार पर नियुक्ति का अंतिम फैसला लेंगे।
बता दें कि, पिछले कुछ सालों में दिव्यांग होमगार्डों के आश्रितों की नियुक्ति पर लगे प्रतिबंध के कारण लगभग 250 से अधिक मामले अनसुलझे पड़े हैं। आश्रित परिवार लगातार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। क्योंकि, साल 2022 में सामने आए अपात्र उम्मीदवारों की भर्ती और अनुग्रह राशि के दुरुपयोग के मामलों के चलते सरकार को इस नीति पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर किया था। लेकिन योगी सरकार ने इन घटनाओं को सुधार का अवसर बनाया। अब नई प्रक्रिया में हर स्तर पर जांच और निगरानी को मजबूत किया गया है।