Edited by: Vandana Ravindra.
भारत में सोशल मीडिया पर लाखों फॉलोअर्स के साथ एक चर्चित ट्रैवल ब्लॉगर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को देश विरोधी गतिविधियों और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के साथ संबंधों के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस केस में अब तक हरियाणा और पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार…
जिन आरोपियों को अरेस्ट किया गया है, उनमें 32 साल की गजाला, जो दानिश के साथ वित्तीय लेन-देन में शामिल थी और वीजा प्रक्रिया में मदद कर रही थी। इसके अलावा यामीन मोहम्मद जो दानिश को हवाला और अन्य माध्यमों से पैसे पहुंचाने में मदद करता था. वहीं हरियाणा के कैथल से देविंदर सिंह ढिल्लो जिसने पटियाला छावनी के वीडियो पाकिस्तानी एजेंट्स को भेजे। इसके अलावा हरियाणा के नूंह से अरमान नाम के स्थानीय मुस्लिम युवक को अरेस्ट किया गया है, जिसने भारतीय सिम कार्ड्स मुहैया कराए और 2025 में डिफेंस एक्सपो की साइट तक का दौरा पाकिस्तानी एजेंट्स के निर्देश पर किया।
‘ट्रैवल विद जो’ नामक यूट्यूब चैनल
जानकारी के मुताबिक, ज्योति, ‘ट्रैवल विद जो’ नामक यूट्यूब चैनल चलाती है और पाकिस्तान यात्रा के दौरान वहां की खुफिया एजेंसी ISI के एजेंट्स से उसके संबंध बने थे। साल 2023 में ज्योति मल्होत्रा ने कमीशन के जरिए वीजा लेकर पाकिस्तान की यात्रा की थी। इस दौरान ज्योति की मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जिसके साथ उसके गहरे संबंध बन गए. दानिश के माध्यम से ज्योति की पहचान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अन्य एजेंट्स से कराई गई, जिनमें अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज (जिसका नाम उसने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ सेव किया था) शामिल थे।
वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए संपर्क
ज्योति इन एजेंट्स के साथ वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए संपर्क में रही. वह न केवल पाकिस्तान के फेवर में सोशल मीडिया पर पॉजिटिव छवि पेश कर रही थी, बल्कि उसने संवेदनशील जानकारियां भी शेयर कर रहीं थीं। ज्योति उन छह लोगों में शामिल है, जिन्हें खुफिया एजेंसियों की सूचना के बाद गिरफ्तार किया गया, जिसमें पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।
पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) से मिलवाया गया
ज्योति को दानिश और उसके सहयोगी अली अहसान के माध्यम से पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) से मिलवाया गया, जिन्होंने पाकिस्तान में उसके आने-जाने और रहने की व्यवस्था कराई. उसने एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ गहरे संबंध बनाए और हाल ही में उसके साथ इंडोनेशिया बाली भी गई थी। आरोप है कि ज्योति ने भारतीय जगहों से संबंधित संवेदनशील जानकारी शेयर की और दिल्ली में रहने के दौरान पीएचसी हैंडलर दानिश के संपर्क में रही. इस मामले में लिखित कबूलनामा दर्ज किया गया है और केस दर्ज किया गया है।