क्या दिल्ली की कुर्सी पर फिर होगा ‘आप’ का राज, या बीजेपी और कांग्रेस मारेगी बाजी…
Edited by: Vandana Ravindra.
राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है। दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होंगे, 8 फरवरी को चुनाव का परिणाम आएगा। दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच है।
कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर
फिलहाल दिल्ली में आप 2013 से सत्तारूढ़ है। दिल्ली में इस बार कुल 1 करोड़ 55 लाख 24 हजार 858 वोटर हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, दिल्ली के चुनाव में इस बार कुल 1.55 करोड़ से ज्यादा वोटर्स होंगे। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 83,49,645 जबकि महिला वोटर्स की संख्या 71,73,952 है। वहीं, थर्ड जेंडर की संख्या 1,261 है। दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनाव की तुलना में 7.26 लाख और 2024 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 3.10 लाख वोटर्स बढ़ गए हैं।
दिल्ली में राज्य विधानसभा का गठन पहली बार साल 1952 में किया गया
बता दें कि, दिल्ली में राज्य विधानसभा का गठन पहली बार साल 1952 में किया गया था। तब दिल्ली में अंतरिम विधानसभा की व्यवस्था लागू की गई थी। दिल्ली में मौजूदा परिस्थिति की बात करें तो, साल 2013 आते-आते दिल्ली और देश में कांग्रेस के खिलाफ जबरदस्त माहौल था। विधानसभा चुनाव में भी शीला दीक्षित को 15 साल की सत्ता गंवानी पड़ी और नई नवेली आम आदमी पार्टी ने सत्ता संभाली। अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और आतिशी दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं।
साल 2013 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीती थीं 32 सीटें
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों वाली दिल्ली में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और उसे 32 सीटों पर जीत मिली थीं। बावजूद इसके बहुमत से फिसल जाने का कारण वह सत्ता से दूर ही रही। इस चुनाव में पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी को 28 और कांग्रेस को 7 सीटें मिली थीं। इसके बाद AAP ने कांग्रेस का समर्थन लेकर दिल्ली में सरकार बनाई और पहली बार अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने। साल 2013 में बनी ये सरकार सिर्फ 49 दिन टिक सकी और केजरीवाल ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर सीएम पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लग गया, साल 2015 में दिल्ली में फिर से चुनाव हुए और इस चुनाव ने सभी सियासी अनुमानों को ध्वस्त करते हुए आम आदमी पार्टी ने रिकॉर्डतोड़ 67 सीटें जीतकर इतिहास रचा और कांग्रेस शून्य पर सिमट गई।
बीजेपी को दिल्ली की सत्ता में आने का इंतजार
बीजेपी को इस चुनाव में तीन सीट ही मिल सकीं। इस तरह अरविंद केजरीवाल लगातार दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री चुने गए। साल 2020 के चुनाव की बात करें तो इस बार भी AAP का शानदार प्रदर्शन जारी रहा और पार्टी को 62 सीटों पर जीत हासिल हुई। बीजेपी 5 सीटें की बढ़त के साथ 8 सीटें जीतने में कामयाब हुई और कांग्रेस फिर से लगातार दूसरी बार अपना खाता भी नहीं खोल सकी. बंपर जीत के बाद केजरीवाल तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। बीजेपी और कांग्रेस चुनाव से पहले AAP को घेरने के लिए लगातार भ्रष्टाचार के मुख्य मुद्दा बनाकर दिल्ली की सत्ता में वापस आने की भरपूर कोशिश में जुटी हैं। जाहिर है, बीजेपी साल 1993 के चुनाव के बाद से दिल्ली की सत्ता से दूर है। ऐसे में लगातार तीन बार केंद्र की सत्ता में आने के बाद भी तीन दशक से बीजेपी को दिल्ली की सत्ता में आने का इंतजार है।