छतों और दरवाजों पर लटककर हूटर बजाते हुए बेकाबू रफ्तार से युवकों ने दौड़ाईं कारें, धरे गए चार…
Edited by: Vandana Ravindra.
संगमनगरी प्रयागराज में यूपी सीएम योगी की फ्लीट आने से ठीक पहले वीआईपी रूट पर आठ कारों से आए दो दर्जन युवकों ने हंगामा मचा दिया। कार की छतों और दरवाजों पर लटककर हूटर बजाते हुए बेकाबू रफ्तार से कारें दौड़ाईं, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
जैसे ही इन युवकों को पुलिस ने खदेड़ा तो वो भाग निकले। हालांकि, इस दौरान दो कार पर सवार चार युवक पकड़ लिए गए। दोनों कारें सीज कर पुलिस उनसे पूछताछ में जुट गयी। बताया जा रहा है कि, दोपहर करीब 3:30 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ को सिविल लाइंस में सरोजिनी नायडू मार्ग पर बनाए गए वीआईपी रूट से होकर विकास कार्यों के निरीक्षण के लिए सूबेदारगंज जाना था। इसके लिए एजी ऑफिस चौराहे से पत्थर गिरिजाघर तक जगह-जगह पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। सिविल लाइंस थाने की फोर्स के साथ एसीपी सिविल लाइंस श्यामजीत प्रमिला सिंह भी लगातार रूट क्लीयर कराने और सुरक्षा के लिए गश्त कर रहे थे।
इसी दौरान अचानक आठ कारों का एक काफिला बहुत तेजी से एजी ऑफिस चौराहे की ओर से आया। इसमें से कुछ कारों पर हूटर भी लगे थे। इन बेकाबू रफ्तार में दौड़ रही इन कारों की छतों और दरवाजों पर लटककर स्टंट करते युवक दिखे। स्टंटबाजों की गाड़ियों को प्रधान डाकघर के पास पहुंचते ही यहां गश्त कर रहे सिविल लाइंस इंस्पेक्टर रामाश्रय यादव ने रोकना चाहा। तो सभी युवक एक के बाद एक कारें मोड़कर भागने लगे। इंस्पेक्टर ने टीम के साथ इनका पीछा किया, और दो कार में चार युवकों को पकड़ लिया। इसके बाद कार समेत चारों युवकों को थाने लाया गया। जहां दोनों कारें सीज कर दी गईं।
पकड़े गए युवक सिविल लाइंस स्थित एक नामी कॉलेज के छात्र बताए जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि, जिस तरह से तेज रफ्तार में कारें दौड़ाते हुए युवक स्टंट कर रहे थे, उससे बड़ा हादसा हो सकता था। उनके खुद के हादसे का शिकार होने के साथ राहगीरों के भी चपेट में आने का खतरा था। प्रत्यक्षदर्शियों का तो यह भी कहना है कि, स्टंट करने वालों में नाबालिग भी लग रहे थे। अगर ऐसा है तो सवाल यह भी है कि, नाबालिग होते हुए भी वह वाहन कैसे चला रहे थे।