नीरज चोपड़ा ने बीती रात इतिहास रच दिया। जर्मनी के जूलियन वेबर को पछाड़ते हुए उन्होंने दो साल बाद अपने पहले डायमंड लीग खिताब पर कब्जा जमाया। इतना ही नहीं उन्होंने वेबर से पिछला हिसाब भी चुकता कर लिया। पिछले 2 टूर्नामेंट में वेबर ने नीरज को मात दी थी।

दरअसल, नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी जूलियन वेबर को हराकर पेरिस डायमंड लीग अपने नाम की। नीरज ने पहला ही थ्रो 88.16 मीटर का किया, जो जीत के लिए काफी था। इस थ्रो के साथ ही उन्होंने पहला स्थान हासिल कर लिया। जबकि वेबर 87.88 मीटर के अपने पहले थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे। यह जीत दोहा डायमंड लीग और जानुज कुसोसिंस्की मेमोरियल में नीरज के लगातार दो बार दूसरे स्थान पर रहने के बाद मिली है। दोहा में नीरज ने 90 मीटर का थ्रो फेंका था। हालांकि, वेबर ने दोनों टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था, जिसमें दोहा में उन्होंने 91.06 मीटर का थ्रो किया था।

इससे पहले 2020 के टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के बाद से नीरज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ भाला फेंक खिलाड़ियों में से एक बन गए हैं और लगातार शीर्ष पर बने हुए हैं। टोक्यो 2020 में, वह स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले एशियाई भाला फेंक एथलीट बने थे। वहीं 2023 में, वह विश्व चैंपियनशिप में भाला फेंक में स्वर्ण जीतने वाले पहले एशियाई बने। इसके बाद पेरिस ओलंपिक में भी नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता था। गोल्डन ब्वॉय नीरज ने पहले राउंड में 88.16 मीटर का थ्रो कर खिताब जीत लिया। वह पहले प्रयास में ही सबसे आगे निकल गए। नीरज का दूसरा थ्रो 85.10 मीटर का था। इसके बाद उनके अगले तीन अटैम्प्ट फाउल रहे। आखिरी प्रयास में नीरज ने 82.89 मीटर का थ्रो किया। डायमंड लीग प्रतियोगिता में 90 मीटर क्लब के पांच प्रतियोगियों ने हिस्सा लिया था।

जूलियन वेबर वेबर ने अपने पहले थ्रो में 87.88 मीटर का थ्रो फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि ब्राजील के लुइज मौरिसियो दा सिल्वा ने तीसरे राउंड में 86.62 मीटर का थ्रो फेंककर तीसरा स्थान प्राप्त किया. चोपड़ा ने 16 मई को दोहा में डायमंड लीग के दौरान 90.23 मीटर का थ्रो फेंककर दूसरा स्थान हासिल किया था। नीरज के सभी प्रयासों के बारे में बताएं तो उनका पहला प्रयास 88.16 मीटर का था। दूसरा प्रयास 85.10 मीटर का।, तीसरा, चौथा और पांचवां प्रयास फाउल रहा। जबकि, छठा प्रयास 82.89 मीटर का था।

जर्मनी के जूलियन वेबर 87.88 मीटर थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे । ब्राजील के लुईज मौरिशियो डा सिल्वा ने 86.62 मीटर भाला फेंका और वह तीसरे नंबर पर रहे। त्रिनिदाद एंड टोबैगो के केशोर्न वाल्कॉट ने 81.66 मीटर थ्रो किया। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 80.29 मीटर थ्रो के साथ 5वें पायदान पर रहे। केन्या के जूलियस येगो ने 80.26 मीटर थ्रो किया। नीरज चोपड़ा ने 88.16 मीटर का जबकि, जूलियन वेबर ने 87.88 मीटर का थ्रो किया। इसके अलावा लुईज मौरिशियो डा सिल्वा ने 86.62 मीटर, केशोर्न वाल्कॉट ने 81.66 मीटर, एंडरसन पीटर्स ने 80.29 मीटर, जूलियस येगो ने 80.26 मीटर, एड्रियन मर्डारे ने 76.66 मीटर और रेमी रूजेटे ने 70.37 मीटर का थ्रो किया।

बता दें कि, नीरज चोपड़ा ने मई 2025 में दोहा डायमंड लीग में 90.23 मीटर का थ्रो किया। यह उनके करियर का पहला 90 मीटर से अधिक का थ्रो था। लेकिन वह पहले स्थान पर नहीं आ सके। जूलियन वेबर ने 91.06 मीटर का थ्रो करके पहला स्थान हासिल किया। नीरज को दूसरा स्थान मिला था। वहीं 2022 में स्टॉकहोम डायमंड लीग में नीरज ने 89.94 मीटर का थ्रो किया। इससे उन्होंने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। नीरज का थ्रो टूर्नामेंट का रिकॉर्ड भी था। लेकिन एंडरसन पीटर्स ने 90.31 मीटर का थ्रो करके एक नया रिकॉर्ड बना दिया। जबकि, अगस्त 2024 में लुसाने डायमंड लीग में नीरज चोपड़ा ने 89.49 मीटर की दूरी तय की। एंडरसन पीटर्स ने 90.61 मीटर का थ्रो करके पहला स्थान हासिल किया। जूलियन वेबर तीसरे स्थान पर रहे।

पेरिस 2024 ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर का थ्रो करके रजत पदक जीता। वह स्वर्ण पदक जीतने से चूक गए। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो करके स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड भी बनाया। और पेरिस 2024 ओलंपिक के क्वालिफिकेशन राउंड में नीरज ने 89.34 मीटर का थ्रो किया। नीरज चोपड़ा ने कई बार शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कई रिकॉर्ड भी तोड़े हैं। लेकिन वह हमेशा पहले स्थान पर नहीं रहे। उन्होंने पेरिस 2024 ओलंपिक में रजत पदक जीता।

हालांकि, नीरज चोपड़ा के लिए ये राह आसान नहीं थी। 27 साल के एथलीट नीरज को इस मुकाम तक पहुंचने के लिए बहुत से त्याग करने पड़े। सुपरस्टार ज्वेलिन थ्रोअर ने एक बार अपनी डाइट प्लान बताया था। वह 2016 तक पूरी तरह शाकाहारी थे। नाश्ते में, चोपड़ा फल, दही, ओट्स, तीन-चार अंडे का सफेद भाग, ऑमलेट, दो ब्रेड, जूस या नारियल पानी लेते हैं। दोपहर के खाने में, वह दही और चावल खाते हैं। इसके अलावा दाल, सब्जियां, ग्रिल्ड चिकन और सलाद भी खाते हैं। फिर ट्रेनिंग सेशन के बीच में, वह चिया सीड्स, सूखे मेवे, केले, जूस या नारियल पानी लेते हैं। रात के खाने में, वह उबली हुई सब्जियां, सूप, सलाद, फल और प्रोटीन से भरपूर फूड आइटम खाते हैं। सोने से पहले, वह दूध, खजूर और कभी-कभी गुड़ के साथ अपना दिन समाप्त करते हैं।

उन्होंने कहा कि, ‘जब बात डाइट की आती है, तो फल और सलाद जैसे नेचुरल फूड पर जोर देना सबसे महत्वपूर्ण है।’ उन्होंने यह भी बताया कि, ‘डाइट रोज थोड़ी बदलती है लेकिन ज्यादातर इसी पैटर्न पर चलती है। एथलीट की यह डाइट उन सामान्य व्यक्तियों के लिए भी अपनाई जा सकती है जो स्वस्थ जीवन शैली चाहते हैं। ऑयली या तले हुए खाने और मिठाइयों से बचना और नेचुरल, पौष्टिक विकल्पों पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। फिटनेस हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है और एक अच्छी तरह से प्लान डाइट अपनाना फायदेमंद है।’
Leave a comment