Edited by: Vandana Ravindra.
हिंदू मान्यताओं के अनुसार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्र की शुरुआत मानी जाती है। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर होगी जबकि, समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा।
नवरात्र व्रत की शुरुआत रविवार 30 मार्च से होगी
क्योंकि, इस बार दो दिन प्रतिपदा तिथि होने के कारण लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि, नवरात्रि की पहला दिन कब से शुरु होगा। हालांकि, हिंदू धर्म में उदया तिथि यानि जो तिथि सूर्योदय के साथ शुरू होती है उसको मान्यता दी गई है। इस प्रकार नवरात्र व्रत की शुरुआत रविवार 30 मार्च से होगी।
घट स्थापना का मुहूर्त…
पूजा विधि की बात करें तो, चैत्र नवरात्र के पहले दिन घट स्थापना करते हैं। ऐसा करने से साधक को नवरात्र व्रत का पूरा फल मिलता है। ऐसे में घट स्थापना का मुहूर्त सुबह 06 बजकर 13 मिनट से सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक जबकि, घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त – दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट तक होगा।
भूलकर भी खाने में सफेद नमक का इस्तेमाल नहीं
नियम की बात करें तो, नवरात्र के व्रती को भूलकर भी खाने में सफेद नमक का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इसके स्थान पर सेंधा नमक का इस्तेमाल करना उचित रहेगा। नवरात्र में तामसिक भोजन, शराब, मांस आदि से दूरी बनानी चाहिए। और भक्तिभाव में माता रानी की पूजा और गुणगान करना चाहिए।
साल में दो बार होते हैं गुप्त नवरात्र
बताते चलें कि, साल में 4 बार नवरात्र मनाए जाते हैं, जिसमें से शारदीय नवरात्र और चैत्र नवरात्र की जानकारी को अधिकतर लोगों को होगी, लेकिन इसकी से साथ साल में दो बार गुप्त नवरात्र भी किए जाते हैं, जो माघ और आषाढ़ के महीने में आते हैं।
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