Edited by: Vandana Ravindra.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पलिया में बाढ़ से बचाव की परियोजना का निरीक्षण करने पहुंचे। शारदा नदी की ड्रेजिंग के कार्य निरीक्षण करने आए सीएम ने कहा कि, पहले उनके सामने यह पेशकश थी कि यहां 180 करोड़ की लागत से एक तटबंध बनाया जाए।
पर्यटकों पर आतंकी हमले को लेकर आतंकवादियों को चेतावनी दी
सीएम ने कहा कि, जब शारदा नदी में तीन लाख सवा तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा तो वह तटबंध कितना दिन रुकेगा, इसलिए उसकी जगह केवल 22 करोड़ की लागत से यहां ड्रेजिंग का काम हो। वहीं निरीक्षण के बाद सीएम योगी ने पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले को लेकर आतंकवादियों को चेतावनी दी। सीएम योगी ने तेज स्वर में कहा कि, यह नया भारत है, छेडऩे वाले को छोड़ेगा नहीं। जो सुरक्षा में सेंध लगाएगा, उसे उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, सभ्य समाज के अंदर आतंकवाद, अराजकता की कोई जगह नहीं हो सकती।
प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में सुरक्षा, सेवा और सुशासन का माडल
उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में सुरक्षा, सेवा और सुशासन का मॉडल बन चुका है। उत्तर प्रदेश माफिया मुक्त, अराजकता मुक्त होकर विकास की बुलंदियों को छू रहा है और देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में बनकर उभरा है। अब उत्तर प्रदेश के युवा के आगे किसी पहचान का कोई संकट नहीं है। उत्तर प्रदेश के अंदर इंफ्रास्ट्रक्चर, हाईवे, वर्ल्ड क्लास हाईवे, रेलवे का विस्तृत नेटवर्क, देश की पहली रैपिड रेल सब कुछ यहां मौजूद हो चुका है।
किसानों को ज्यादा दिन इंतजार न करना पड़े
बता दें कि, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक भी की, जिसमें दुधवा नेशनल से सटी मुजहा हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में तब्दील करने के लिए प्रभावी रणनीति भी बनाने को कहा। कहा कि, साल 2017 के पहले चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का 10-10 वर्ष पुराना बकाया रहता था लेकिन अब ऐसा नहीं होता। प्रदेश में 122 में 107 चीनी मिलें गन्ना किसानों का पैसा एक सप्ताह के अंदर दे देती हैं और जो 17 चीनी मिलें लेटलतीफी कर रही हैं। उनको लेकर की भी वह एक ऐसी नीति तैयार कर चुके हैं, जिससे किसानों को ज्यादा दिन इंतजार न करना पड़े। योगी कहा कि चीनी मिलों को नीलाम कर गन्ना किसानो को भुगतान देने में भी कोई हिचकिचाहट नहीं होगी।
चलते-चलते मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस निशाना साधते हुए कहा कि, ये लोग राणा सांगा, सरदार पटेल और बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर का अपमान करते हैं, जबकि औरंगजेब जैसे क्रूर शासक और जिन्ना का महिमा मंडन करते हैं।