Edited by: Vandana Ravindra.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में राज्य विधानसभा में अपने संबोधन में महाकुंभ के सफल आयोजन, समाजवादी पार्टी (सपा) की नीतियों, और प्रदेश की विकास योजनाओं पर अपनी स्पष्ट और प्रभावी राय व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से, बल्कि आर्थिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व आयोजन बताया।
महाकुंभ: आध्यात्मिकता और आर्थिक समृद्धि का संगम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ को सनातन धर्म की एक बड़ी उपलब्धि और उत्तर प्रदेश की आर्थिक समृद्धि का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ का आयोजन न केवल धार्मिक अवसर था, बल्कि इसने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का फायदा भी पहुंचाया।” महाकुंभ में देश-विदेश से आए 66 करोड़ श्रद्धालुओं की संख्या ने आयोजन को अभूतपूर्व बना दिया, जिनमें से आधे संख्या महिलाओं की थी।
महाकुंभ: भारत की एकता और समृद्धि का प्रतीक
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को न केवल आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “महाकुंभ ने भारत की विविधता में एकता को प्रदर्शित किया और यह आयोजन न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को हमारे सांस्कृतिक समृद्धि का प्रमाण देने वाला साबित हुआ।” योगी ने महाकुंभ के आयोजन को भारत की एकता और समृद्धि का प्रतीक बताते हुए यह भी कहा कि इस आयोजन ने एक नई चेतना का संचार किया और भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को दुनिया भर में एक नई पहचान दिलाई।
महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और कानून-व्यवस्था दुरुस्त
योगी ने महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की भी सराहना की, यह कहते हुए कि, इस विशाल आयोजन के दौरान कोई अपराध या उत्पीड़न की घटना नहीं हुई। यह राज्य सरकार की मजबूती और प्रशासनिक कुशलता का परिचायक था, जो बड़े आयोजनों को भी बिना किसी अव्यवस्था के सफलतापूर्वक आयोजित करने में सक्षम है। सीएम ने यह भी कहा कि, “महाकुंभ ने भारत की विरासत और विकास की अनुपम छाप छोड़ी है, जो न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में फैल गई है। जबकि कुछ लोग इस आयोजन में कमियां ढूंढ़ने की कोशिश कर रहे थे, अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने भी इसे चमत्कार से कम नहीं माना।”
समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी (सपा) पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “सपा के नेता खुद को समाजवादी कहते हैं, लेकिन उनका डॉ. राम मनोहर लोहिया जी के विचारों और आदर्शों से कोई लेना-देना नहीं है।” योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि सपा के लोग भारत की आस्था और सांस्कृतिक धरोहर के साथ खिलवाड़ करते हैं। इसके अलावा, उन्होंने सपा के नेताओं को “सबका साथ, सबका विकास” की अवधारणा से दूर बताया और यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार भारत की विविधता और आस्था का सम्मान करती है।
अंसल ग्रुप पर कड़ी कार्रवाई का संदेश
महाकुंभ के बाद, मुख्यमंत्री ने अंसल ग्रुप के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा, “होम बायर्स के हितों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है और किसी भी धोखाधड़ी या शोषण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” अंसल ग्रुप द्वारा होम बायर्स के साथ धोखा करने के मामले में मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मेट्रो परियोजनाओं की गति और प्रदेश की विकास योजनाएं
मुख्यमंत्री ने राज्य में चल रही मेट्रो परियोजनाओं की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों को लखनऊ, कानपुर और आगरा मेट्रो परियोजनाओं को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने प्रदेश की ‘वन ट्रिलियन डॉलर’ इकॉनमी को लेकर अपनी योजनाओं का भी उल्लेख किया। योगी आदित्यनाथ ने 100 नई टाउनशिप्स की स्थापना, अस्पतालों और होटलों के लिए भूमि उपलब्धता और अन्य विकास योजनाओं पर काम करने के निर्देश दिए।