सूनी सड़कें…खाली गलियां…अस्पताल में मरीजों की लाइन और सफेद रंग के लिवास में भगवान का रुप लिए उन मरीजों की सेवा करते डॉक्टर…शायद ये सब एक बार फिर दोहराया जा सकता है…दरअसल, देश में एक बार फिर कोरोना अपने पैर पसार रहा है…कोविड-19 ने फिर से दस्तक दे दी है…
देशभर में 257 लोग कोविड पॉजिटिव

केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार कुल 257 मामले आए हैं। 12 मई के बाद 164 केस की पुष्टि हुई है। दिल्ली में अभी 5 मामले एक्टिव बता रहे हैं, लेकिन इनमें से 3 मामले 12 मई के बाद आए हैं। सबसे अधिक मामले केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से आ रहे हैं। ताज़ा जानकारी के अनुसार…गुजरात के अहमदाबाद में 7 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें 2 साल की बच्ची और 72 साल के एक बुजुर्ग भी शामिल हैं, फिलहाल इन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। वहीं अब देश में कोरोना एक्टिव केसों की कुल संख्या 257 पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा 95 पॉजिटिव केस हैं। वहीं तमिलनाडु में 66, महाराष्ट्र में 56 और कर्नाटक में 13 एक्टिव मामले हैं। इससे पहले मुंबई शहर में 53 नए COVID-19 मामले सामने आये…जिसमें से दो मरीजों की मौत हो गयी। जिसने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया है। हालांकि, दोनों मरीज पहले से ही गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। एक को मुंह का कैंसर था तो दूसरे को नेफरोटिक सिंड्रोम…लेकिन ये दोनों ही मरीज कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए हैं। सेलिब्रिटी की बात करें तो, बिग बॉस की शिल्पा शिरोडकर भी COVID प़ॉजिटिव पाई गयीं। हरभजन सिंह ने भी COVID-19 को लेकर सतर्क रहने के अपील की। स्वास्थ्य विभाग किसी तरह की हीलाहवाली न करते हुए सतर्क मोड पर आ गया है।
हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर में मामलों में उछाल

स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR की समीक्षा में कहा गया है कि, अधिकांश मामले हल्के हैं। अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ रही है। फिलहाल कोई पैनिक की स्थिति नहीं है, लेकिन निगरानी बढ़ा दी गई है। अगर विदेशों में कोविड के असर की बात करें तो, हॉन्ग कॉन्ग और सिंगापुर में मामलों में उछाल है। सिंगापुर में एक सप्ताह में कोविड केस 28% बढ़े (11,100 से 14,200) हैं। अस्पताल में भर्ती मामलों में भी 30% का इजाफा देखा गया है। हॉन्ग कॉन्ग में मई के पहले हफ्ते में 1,000+ केस और 31 मौतें हुई जो एक साल में सबसे ज्यादा है।
क्या है JN.1 वेरिएंट?
• JN.1, ओमिक्रॉन के BA.2.86 फैमिली का एक नया वैरिएंट है। इसे अगस्त 2023 में पहली बार पहचाना गया था।
• इसमें करीब 30 बदलाव (म्यूटेशन) हो चुके हैं, जो इसे शरीर की इम्युनिटी से बचाने में मदद करते हैं।
• विदेशी वैज्ञानिकों का दावा है कि इसके स्पाइक प्रोटीन में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है, जो इसे पहले से अधिक संक्रामक बनाता है।
• BA.2.86 जहां ज्यादा नहीं फैला था, वहीं JN.1 दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है और कई देशों में इसके क्लस्टर सामने आ चुके हैं।
क्या हैं नए वैरिएंट के लक्षण
कोविड के नए वैरिएंट में सूखी खांसी, नाक बहना या बंद होना, सिर दर्द, गले में खराश, बुखार, थकान या कमजोरी, स्वाद या गंध का चले जाना, डायरिया के लक्षण देखे गए हैं। कुछ मरीजों को बुखार या तेज ठंड लगना, सूखी खासी या कफ वाली खासी, गले में खराश या दर्द ठकान और शरीर में दर्द स्वाद या गंध का नुकसान सर्दी, सांस लेने में खराश की आवाज के साथ हल्का दर्द ये सब महसूस हो। इसके अलावा अगर आपको सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो ये गंभीर संकेत हो सकता है…ऐसे में तुरंत नजदीकी अस्पताल, क्लिनिक या अपने घरेलू डॉक्टर से संपर्क करें।
कोविड का 7वां वायरस है कोविड-19
एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के एक्सपर्ट और कोरोना वैक्सीन ट्रायल के प्रमुख ने जानकारी देते हुए बताया कि, कोरोना फैमिली के हजार से भी ज्यादा वेरिएंट में से केवल सात ऐसे वायरस हैं। जो इंसानों को प्रभावित करते हैं। 2002 तक कोरोना वायरस (CoV) इंसानों के लिए मामूली वायरस था। लेकिन अब इसके इफेक्ट की बात करें तो, कोरोना परिवार का 5वां वायरस सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) है…छठा वायरस मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोना वायरस (MERS-CoV)….और अब इसका 7वां वायरस कोविड-19 है।
क्या है एक्सपर्ट की सलाह
कोविड के नए वैरिएंट की बात करें तो, AIIMS के एक्सपर्ट का कहना है कि, JN-1 एक साल पुराना वेरिएंट है, कोई नया वायरस नहीं है। न ही यह कोई नया स्ट्रेन है। लेकिन JN.1 से घबराने की जरुरत नहीं है। हालांकि, सावधानी बरतनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय का भी कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है।
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