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सीएम से हाथ जोड़कर बोले शुभम के पिता, ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि, आतंकी सात पुश्तों तक किसी को मारना भूल जाएं…

सीएम से हाथ जोड़कर बोले शुभम के पिता, ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि, आतंकी सात पुश्तों तक किसी को मारना भूल जाएं…

Edited by: Vandana Ravindra.

पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के शुभम द्विवेदी का शव रात लगभग दो बजे उनके पृतक गांव हाथीपुर गांव पहुंचा। शुभम के शव के पहुंचते ही रोना-पिटना मच गया। शुभम के घर पहुंचे हर एक इंसान की आंखे नम थी।

ड्योढ़ी घाट पर शुभम के शव का होगा अंतिम संस्कार

पहलगाम हमले में आतंकियों की गोली का शिकार हुए शहर के लाल शुभम द्विवेदी को पूरे सम्मान के साथ गुरुवार को अंतिम विदाई दी जाएगी। इसके लिए जिला प्रशासन और कमिश्नरी पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। ड्योढ़ी घाट पर शुभम के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर, गुरुवार सुबह नौ बजकर 50 मिनट में सीएम योगी शुभम के घर पहुंचे। सीएम ने शुभम के परिजनों से हालचाल पूछा है।

दरिंदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कीजिए

शुभम के पिता ने रोते हुए सीएम के आगे हाथ जोड़कर कहा कि, दरिंदों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कीजिए। हाथ जोड़कर कह रहे थे कि, ऐसा सबक सिखाएं, जिससे कोई ऐसा करने की ना सोचे। वहीं, शुभम की पत्नी ने सीएम के सामने पूरी घटना सुनाई, कब कैसे क्या-क्या हुआ। इसके अलावा शुभम के पिता संजय द्विवेदी ने इस दौरान बड़ा बयान दिया। मृतक शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि “आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सरकार को ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि उनकी सात पुश्तें किसी को मारने की हिम्मत न कर सकें।

दो टके के आतंकवादी भारत सरकार को चुनौती देकर चले गए

बिलखते पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि दो टके के आतंकवादी भारत सरकार को चुनौती देकर चले गए। मेरी बहू से कहा कि मोदी को बता देना, इसलिए तुम्हें नहीं मार रहा हूं। सरकार को ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि आतंकी सात पुश्तों तक किसी को मारना भूल जाएं। उन्होंने सरकार से बदला लेने की गुहार लगाई है। शुभम के पिता संजय ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

शुभम की पत्नी एशान्या ने मीडिया को बताई आपबीती

कानपुर पहुंचने के बाद शुभम की पत्नी एशान्या भी मीडिया के सामने आईं। पहली बार मीडिया के सामने उन्होंने रुंधे गले से बताया कि हम लोग बैठे थे। इसी दौरान कुछ लोग बंदूक लेकर वहां पहुंचे। उन्होंने शुभम से पूछा- हिंदू हो या मुसलमान… हम पहले तो कुछ समझ नहीं पाए, इसके बाद उन्होंने दोबारा पूछा। जब शुभम ने कहा कि मैं हिंदू हूं तो उन्होंने गोली मार दी। उन्होंने पहली गोली शुभम को ही मारी थी।

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