उत्तर प्रदेश के आगरा में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जन्म जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। राजकीय इंटर कॉलेज मैदान पर हुए समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, लोकमाता अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर प्रदेश सरकार ने तय किया है कि, प्रदेश के 7 शहरों में कामकाजी महिलाओं के लिए बनने वाले हॉस्टल का नाम लोकमाता के नाम पर रखा जाएगा।
अहिल्याबाई होल्कर जन्म जयंती महोत्सव कार्यक्रम

बता दें कि, केंद्रीय राज्य मंत्री प्रो एसपी सिंह बघेल द्वारा आयोजित अहिल्याबाई होल्कर जन्म जयंती महोत्सव कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, हरियाणा के राज्यपाल, गोवा के पूर्व उपमुख्यमंत्री सहित देशभर से आए जनप्रतिनिधियों के साथ कई नामचीन लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से बोलते हुए कहा कि, लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने देश के प्रमुख मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया, जिन मंदिरों को आक्रांताओं ने क्षतिग्रस्त किया था, उनका निर्माण कराने का कार्य किया। इनका देश और सनातन संस्कृति में बड़ा योगदान है।

इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की सेनाओं ने पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया। दुश्मन को छुपने पर मजबूर कर दिया था. लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपने साम्राज्य के माध्यम से हमें सुरक्षा और आत्मरक्षा के गुण हमें सीखने हैं।

वहीं मंच से बोलते हुए देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, “अहिल्याबाई होल्कर धनगर थी और मैं धनखड़ हूं. पानीपत के युद्ध के दौरान सभी महापुरुषों ने मिलकर आक्रमण कार्यों को जवाब दिया था. आज मैं बहुत ही प्रसन्न हूं, कितनी बड़ी संख्या में लोग अहिल्याबाई होल्कर की जन्म जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए हैं.” उन्होंने कहा कि, इस तरह के कार्यक्रमों से समाज में एक संदेश जाता है और महापुरुषों को नमन प्रणाम सभी को करना चाहिए और उनके सिद्धांतों पर चलना चाहिए. मैं आप सबको बहुत बधाई और धन्यवाद देता हूं।

मानसून से पहले ही बाढ़ और बारिश से निपटने की तैयारी तेज

उत्तर प्रदेश सरकार ने मानसून से पहले ही बाढ़ और बारिश से निपटने की तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राजस्व विभाग के द्वारा इन आठ जिलों में बाढ़ शरणालय बनाए जाएंगे। क्योंकि, यूपी के कई जिले ऐसे हैं, जो मानसून में बाढ़ से प्रभावित होते हैं और जिसका सीधा असर वहां रहने वाले लोगों पर पड़ता है। लेकिन बाढ़ की आने संभावना से पहले ही लोगों को इन शरणालयों में विस्थापित कर दिया जाएगा और उनके खाने-पीने की भी व्यवस्था की जाएगी। राजस्व विभाग उत्तर प्रदेश में आठ जिले बाढ़ के लिहाज से बेहद संवेदनशील माने जाने वाले अयोध्या, बाराबंकी, अंबेडकर नगर, गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, बलिया और मऊ में शरणालय बनवाएगी। यहां हर साल मानसून के समय इन जिलों में हजारों एकड़ के रिहायशी इलाकों में पानी भर जाती है। यहां तक कि, कई बार बाढ़ में फंसकर लोगों की मौत तक हो जाती है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा।
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