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“जहां झुग्गी, वहां मकान” या “जहां झुग्गी, वहां मैदान”? — दिल्ली में AAP का विरोध प्रदर्शन और BJP पर तीखा हमला

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दिल्ली झुग्गी विवाद 2025
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नई दिल्ली, 29 जून 2025 — दिल्ली की सियासी फिजा में गर्मी उस वक्त और तेज़ हो गई जब आम आदमी पार्टी (AAP) ने जंतर-मंतर पर जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरा। मुद्दा था दिल्ली में झुग्गियों के खिलाफ चल रही बुलडोज़र कार्रवाई, और मंच पर थे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, संजय सिंह, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज जैसे दिग्गज नेता।

केजरीवाल का मोदी सरकार पर करारा हमला

प्रदर्शन को संबोधित करते हुए अरविंद केजरीवाल ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा,

“चुनाव के वक्त मोदी जी ने कहा था ‘जहां झुग्गी, वहां मकान’, लेकिन असल में उनका मतलब था — ‘जहां झुग्गी, वहां मैदान’। मोदी की गारंटी फर्जी और झूठी है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी की सरकार गरीबों की जिंदगी तबाह कर रही है। “जो लोग झुग्गियों में रहते हैं, वो पास-पड़ोस में ही नौकरी करते हैं — ड्राइवर, घरेलू कामगार, दूधवाले, सिक्योरिटी गार्ड। जब इनकी झुग्गियां उजाड़ दी जाती हैं, तो उनका रोजगार भी छिन जाता है। यह जनता को खौलते तेल में डालने जैसा है।”

जंतर-मंतर से बिगुल

यह विरोध प्रदर्शन महज राजनीतिक शो नहीं था, बल्कि एक चेतावनी थी — कि अगर यह सिलसिला नहीं रुका, तो दिल्ली की सड़कों पर जनसैलाब उतर सकता है। केजरीवाल ने कहा,

“दिल्ली में करीब 40 लाख लोग झुग्गियों में रहते हैं। जिस दिन ये लोग एक साथ सड़कों पर उतर आए, सरकार की नींव हिल जाएगी।”

विपक्षी गठजोड़ पर तंज: BJP-कांग्रेस को बताया ‘बहन-भाई’

केजरीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर एक साथ हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियां सिर्फ़ चुनावों के वक्त गरीबों के घरों में आती हैं, फिर सत्ता में आकर उन्हीं घरों को उजाड़ देती हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज़ में कहा,

“बीजेपी और कांग्रेस दोनों बहन-भाई हैं। ये सिर्फ़ लूटने के लिए आते हैं। 75 साल हो गए, किसी ने बिजली-पानी का इंतज़ाम नहीं किया।”

‘बुलडोज़र राज’ पर गंभीर सवाल

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उन्हें पहले से आशंका थी कि यदि बीजेपी सत्ता में आई, तो झुग्गियों पर बुलडोज़र चलाया जाएगा। उन्होंने कहा,

“मुझे लगा था कि ये लोग एक साल के भीतर झुग्गियां तोड़ेंगे, लेकिन पांच महीने में ही बुलडोज़र चला दिए गए। अगर इन्हें नहीं रोका गया, तो यह सरकार पांच साल नहीं चलेगी।”

‘रेखा सरकार’ का हवाला और चेतावनी

केजरीवाल ने अपने संबोधन में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री रेखा दीक्षित की सरकार को याद करते हुए कहा,

“रेखा सरकार तीन साल में गिर गई थी। यहीं जंतर-मंतर से कांग्रेस की सरकार गिरी थी। यहीं से अन्ना आंदोलन शुरू हुआ था। अगर आप झुग्गियां तोड़ना नहीं रोकते, तो यहीं से आपकी सरकार भी गिराई जा सकती है।”

कसम की राजनीति

प्रदर्शन के दौरान केजरीवाल ने जनता को कसम भी दिलवाई:

“मैं कसम खाता हूँ कि आज के बाद कभी भी बीजेपी और कांग्रेस को वोट नहीं दूंगा।”

चुनावी रणनीति की बुनियाद?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस आंदोलन के ज़रिए AAP ने 2025 के विधानसभा चुनावों के लिए “दिल्ली झुग्गी” कार्ड को एक्टिवेट कर दिया है।

इस प्रदर्शन के ज़रिए पार्टी ने साफ संदेश दिया — यदि झुग्गियों से छेड़छाड़ जारी रही, तो इसका सीधा असर आने वाले चुनावों में देखने को मिलेगा।

BJP की प्रतिक्रिया

भाजपा की ओर से अब तक इस प्रदर्शन पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि झुग्गियों के खिलाफ कार्रवाई “अवैध निर्माण” और “सुरक्षा” को लेकर की जा रही है।जंतर-मंतर पर हुआ यह विरोध प्रदर्शन आम आदमी पार्टी के चुनावी एजेंडे और सामाजिक वर्गों के साथ उसके जुड़ाव का एक ज़ोरदार नमूना था।अब देखना यह होगा कि क्या केजरीवाल का यह प्रदर्शन बीजेपी पर दबाव बना पाएगा, या फिर दिल्ली की सियासत में यह बस एक और शोर बनकर रह जाएगा।

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