Edited by: Vandana Ravindra.
हरियाणा के रोहतक जिले के विजय नगर निवासी 23 साल की कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हिमानी के दोस्त हत्यारोपी सचिन ने बताया कि, रुपये के लेनदेन के कारण उसने गुस्से में आकर हत्या की।
इधर, हिमानी का परिवार पुलिस और हत्यारोपी की इस कहानी पर विश्वास करने को तैयार नहीं था। क्योंकि, जिस दोस्त पर हत्या का आरोप लगा है, उसके खुद के हालात अच्छे नहीं थे और मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाकर गुजारा करता था। इधर, कांग्रेस कार्यकर्ता होने के चलते हिमानी की शहर के करोड़पति लोगों से अच्छी जान-पहचान थी।
हिमानी के परिजनों का शक है कि, सचिन को इस घटना में केवल मोहरे के रूप में प्रयोग किया गया है। हिमानी की मां सविता ने बताया कि पुलिस ने हत्या की जिस तरह कहानी बयां की है, वह उनके गले से नहीं उतर रही है। सचिन उनकी बेटी का केवल जान पहचान का हो सकता है। ऐसे में सचिन की कोई हैसियत नहीं है और वह खुद मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाकर परिवार का लालन-पालन कर रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी की 28 फरवरी को हत्या करके सचिन शव सांपला में फेंकने के बाद रात करीब 1 बजे अपने घर के लिए रवाना हुआ था। रात में घर पर रुकने के बाद वह एक मार्च की सुबह एक बार फिर सांपला बस स्टैंड पर शव देखने पहुंचा। करीब आधा घंटे तक वहां पर पुलिस और भीड़ को देखने के बाद हत्यारोपी बस में सवार होकर दिल्ली भाग गया था। इधर, दिल्ली एसटीएफ उसके मोबाइल की लोकेशन से उस तक पहुंच चुकी थी।
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