Edited by: Vandana Ravindra.
भारत-पाकिस्तान टकराव के बीच बीती रात पाकिस्तान द्वारा किए गए कायराना हमलों के बाद भारतीय सेना ने उसे मुंहतोड़ जवाब दिया। पाकिस्तानी सेना ने जम्मू में 1971 के युद्ध के बाद पहली बार वीभत्स हमला किया था लेकिन सारे हमले नाकाम हो गए।
सीडीएस अनिल चौहान से लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुख और रक्षा सचिव भी मौजूद
अगली सुबह यानि 9 मई को दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक हाई लेवल मीटिंग हुई जिसमें सीडीएस अनिल चौहान से लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुख और रक्षा सचिव भी मौजूद रहे। इस बैठक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही एक तस्वीर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भारत के सशस्त्र बलों के प्रमुख नई दिल्ली में बंद कमरे में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान शांत और मुस्कुराते हुए दिखाई दिए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस तस्वीर की बात करें तो इसके जरिए यह संदेश देने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है कि भारत सुरक्षित हाथो में हैं और किसी के लिए भी चिंता की कोई बात नहीं है। राष्ट्र को एक स्पष्ट और सुविचारित संदेश मिला: भारत सुरक्षित है, इसका नेतृत्व सतर्क है, और चिंता का कोई कारण नहीं है।
भारत के रक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारी शांत, आत्मविश्वासी, संयमित दिखे।
तस्वीरों में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी नजर आए। रक्षा मंत्रालय में हुई इस अहम बैठक की खास बात यह भी रही कि यह बैठक पाकिस्तान द्वारा भारत की पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की लहर शुरू करने के 24 घंटे से भी कम समय बाद हुई। जाहिर है, पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के की गई इस रात की आक्रामकता के बावजूद, भारत के रक्षा प्रतिष्ठान के शीर्ष अधिकारी शांत, आत्मविश्वासी, संयमित दिखे।
बता दें कि रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के बीच बैठक दो घंटे तक चली थी। ब्रीफिंग के दौरान सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान के साथ मौजूदा हालात पर जानकारी दी, जबकि एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई के बारे में विस्तार से बताया है।