Edited by: Vandana Ravindra.
म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई। भूकंप इतना भीषण था कि, इसमें 3,000 से अधिक लोगों की जान चली गयी। बताया जा रहा है कि, भूकंप का केंद्र देश के दूसरे सबसे बड़ा शहर मंडाले के पास था, जहां 500 किलोमीटर लंबी सतह पर दरार देखी गयी।
मंडाले के पास सबसे अधिक दरारें देखी गईं। जिसस् अंदाजा लगाया जा सकता है कि, इस घनी आबादी वाले क्षेत्र में आपदा कितनी गंभीर थी। म्यांमार में चल रहे मानवीय संकट, जो नागरिक संघर्ष और अब इस भूकंप से बढ़ गया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, नाहेल बेलगेरज़े की प्रोसेस की गयी नई उच्च-रिज़ॉल्यूशन सैटेलाइट इमेजरी ने इस भूगर्भीय उथल-पुथल की सीमा को दिखाया। दरार लगभग 500 किमी लंबी है, जिसमें पांच मीटर तक की दरारें हैं।
म्यांमार में सदी के सबसे शक्तिशाली भूकंप ने 28 मिलियन लोगों के क्षेत्र में जमकर तबाही मचाई। भूकंप ने इमारतों अस्पतालों को गिरा दिया। भूकंप का असर म्यांमार की सीमाओं से परे थाईलैंड, चीन और वियतनाम में भी महसूस किया गया। भूवैज्ञानिकों का कहना है कि, इस घटना की तुलना एक सुपरसोनिक जेट से की जा सकती है, जो भूकंपीय ऊर्जा को केंद्रित करती है
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