Edited by: Vandana Ravindra.
टेस्ट क्रिकेट से विराट कोहली के सन्यास की घोषणा फैंस को निराश तो कर ही रही है साथ ही ये बीसीसीआई के लिए सिर दर्द बन सकती है। दरअसल, विराट कोहली के अचानक टेस्ट क्रिकेट से रिटायर होने से भारतीय टेस्ट टीम काफी हद तक कमजोर हो सकती है। क्योंकि, हाल ही में रोहित शर्मा ने सन्यास का एलान कर दिया है। और अब विराट के सन्यास की खबर ने पूरे दुनिया के खेल जगत को दहला कर रख दिया। क्रिकेट फैंस हों या बड़े-बड़े दिग्गज हर कोई विराट कोहली से रिटायरमेंट के फैसले से नाखुश है। इसकी बड़ी वजह ये भी है कि, विराट ने टेस्ट क्रिकेट में कई ऐसे कारनामे किए हैं जो दुनियाभर के लिए सिर्फ एक सपना है।
विराट के पास टेस्ट क्रिकेट का है बेहतरीन अनुभव…
टेस्ट क्रिकेट सिर्फ फॉर्म के आंकड़ों के हिसाब से भी बेहद अनुभवी हैं। रोहित शर्मा के चले जाने के बाद, कोहली ही युवा और उभरते हुए खिलाड़ियों से भरे ड्रेसिंग रूम में एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। कोहली की मौजूदगी सिर्फ रन बनाने से कहीं बढ़कर है। जब वह मैदान पर उतरते हैं, तो विपक्षी टीम को पता चल जाता है कि वे अभी भी लड़ाई में हैं। क्योंकि, हर टीम को मध्य क्रम में एक अनुभवी खिलाड़ी की जरूरत होती है
कोहली के पास है लीडरशिप की क्षमता…
विराट कोहली की नेतृत्व क्षमता सभी को पता है। 2014 से 2022 तक कोहली की कप्तानी का कार्यकाल सफल रहा। उन्होंने विदेशी टेस्ट में भारत को एक मजबूत टीम बनाया, तेज गेंदबाजों का भरपूर समर्थन किया और टीम को एक मजबूत टीम के रुप में दिखाया। और इसकी वजह से प्लेइंग इलेवन में उनकी मौजूदगी मैदान पर दूसरे कप्तान की तरह है। हर बदलाव के लिए एक अनुभवी हाथ की जरूरत होती है और कोहली इसे आगे बढ़ाने वाले व्यक्ति हैं।
टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरा करने का सपना है अधूरा..
क्योंकि, विराट कोहली ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के साथ करियर की शुरुआत में एक इंटरव्यू में कहा था कि, वो टेस्ट क्रिकेट में 10000 रन पूरा करना चाहते हैं। विराट कोहली पिछले एक दशक में भारत को टेस्ट क्रिकेट को मजबूती देते आ रहे हैं। ऐसे में कोहली की कप्तानी, लगातार अच्छी बल्लेबाजी और कभी हार न मानने वाले रवैया ही भारत को घर और बाहर दोनों जगह एक मजबूत टेस्ट टीम बनाने में मदद करता है। बता दें कि, उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 9,230 से ज्यादा रन बनाए हैं और 30 शतक लगाए हैं।
जबरदस्त फिटनेस है कोहली के पास…
विराट कोहली सिर्फ़ अपनी उम्र के हिसाब से ही फिट नहीं हैं, 36 साल की उम्र में, वे एक नए खिलाड़ी की तरह विकेटों के बीच दौड़ रहे हैं, आउटफील्ड में लंबी डाइव लगा रहे हैं और लगातार पांच दिनों तक खेलने में सक्षम हैं। उनके घुटने या पैर थके हुए नहीं हैं। उनका शरीर अभी भी कड़ी मेहनत के लिए बना हुआ है। टेस्ट क्रिकेट में न सिर्फ लंबी पारी खेलने के लिए, बल्कि मैदान में ऊर्जा को बनाए रखने के लिए फिटनेस की जरुरत होती है। विराट के पास ये खूबी है।
जूनियर और सीनियर खिलाड़ियों के साथ है अच्छी बॉडिंग….
विराट कोहली के साथ रोहित शर्मा, केएल राहुल, जसप्रीत बुमराह, ऋषभ पंत जैसे सीनियर्स प्लेयर्स की अच्छी बॉन्डिग तो है ही साथ ही जूनियर खिलाड़ियों के साथ जैसे शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के साथ बेहतरीन बॉन्डिंग शेयर करते हैं। औऱ युवा खिलाड़ी भले ही प्रतिभाशाली हों, लेकिन कोहली और रोहित जैसे दिग्गजों की अनुपस्थिति में उनकी असली परीक्षा होगी।