आज गंगा दशहरा के अवसर पर भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या की धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक गरिमा के स्वर्णिम अध्याय में एक और पन्ना जुड़ गया है। एक बार फिर अयोध्या स्थित राममंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया।

प्राण-प्रतिष्ठा के इस आयोजन में शामिल होने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ समेत पांच सौ से अधिक मेहमान पहुंचे। सीएम योगी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। सीएम सुबह श्रीरामकथा पार्क स्थित हेलीपैड पर उतरे फिर वो हनुमानगढ़ी गए। हनुमानगढ़ी में सीएम योगी ने दर्शन-पूजन किए। संघ, विहिप और बीजेपी से जुड़े पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी प्राण प्रतिष्ठा में आने का न्योता दिया गया था।

अयोध्या जिला प्रशासन, राम मंदिर ट्रस्ट और अन्य एजेंसियों की ओर से सभी तैयारियां की गयी थी। कार्यक्रम स्थल और आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद थी। बता दें कि इससे पहले बुधवार को भारत की 21 पवित्र नदियों के जल से सभी देव विग्रहों का अभिषेक करने के बाद परिसर भ्रमण कराया गया। राम दरबार समेत सभी देव विग्रहों का अभिषेक हुआ।

मंदिर में रामदरबार की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा की गयी। राजा राम का दरबार मंदिर के पहले तल पर बना है। जहां रामदरबार और गर्भगृह के चारों कोनों में बने परकोटे के अन्य मंदिरों में भी सात विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा की गयी। अयोध्या और काशी से आए 101 वैदिक आचार्य इस प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को पूरे कराए गए। आचार्यों के वैदिक मंत्रोच्चार से मंदिर परिसर वैदिक ऊर्जा से गूंज उठा। इसके बाद श्रीराम स्वयं रामदरबार में विराजमान किया गया। अब भक्तों को रामलला के साथ-साथ राम दरबार के भी दर्शन होंगे।

यह प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त यानि दिन का सबसे शुभ और पवित्र समय में की गयी है। राम दरबार और सात अन्य विग्रहों की प्राण-प्रतिष्ठा आज 11 बजकर 25 मिनट से 11बजकर 40 मिनट तक की गई। पूजन, भोग, आरती के बाद अनुष्ठान समाप्त हुआ। प्राण प्रतिष्ठा के बाद सीता राम समेत चारों भाइयों और बजरंगबली को आभूषण पहनाए गए।

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