Edited by: Vandana Ravindra.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा शीर्ष अधिकारियों के साथ रविवार को एक हाई लेवल बैठक की गयी। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल अनिल चौहान और सेना के तीनों अंगों के प्रमुख शामिल हुए। जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। करीब दो घंटे तक चली अहम बैठक सैन्य कार्रवाई रोकने पर भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की सहमति के एक दिन बाद हुई।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
बैठक के बीच में ही वायुसेना ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि, ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। आगे की जानकारी जल्द दी जाएगी। बता दें कि, भारत ने पाकिस्तान पर शर्तों का उल्लंघन करने का बीती शाम आरोप लगाया था और उससे उल्लंघन से बचने के लिए उचित कदम उठाने और स्थिति से ‘गंभीरता और जिम्मेदारी के साथ निपटने का आह्वान किया था। स्थिति अब शांत हो गई है, लेकिन कई सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग कई दिनों तक जारी रही गोलाबारी और ड्रोन संबंधी घटनाओं के बीच अभी भी संघर्ष की स्थिति बनी हुई हैं।
‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी’ का उद्घाटन
धर, बैठक के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के जरिए लखनऊ में ‘ब्रह्मोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेस्टिंग फैसिलिटी’ का उद्घाटन किया. इस दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि, ब्रह्मोस दुश्मन पर कहर बनकर टूटती है। “…आज नेशनल टेक्नोलॉजी डे है. 1998 में इसी दिन अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हमारे वैज्ञानिकों ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था और दुनिया को भारत की ताकत दिखाई थी. वह परीक्षण हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, रक्षा कर्मियों और कई अन्य हितधारकों की कोशिश का ही रिजल्ट था। औऱ आज ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारतीय सेना ने पहलगाम मे मारे गए लोगों को इंसाफ दिलाया है, भारतीय सेना की धमक रावलपिंडी तक पहुंची है।
इसके अलावा लोगों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि, आज का दिन हमारे शहर लखनऊ, हमारे राज्य उत्तर प्रदेश, और हमारे पूरे देश के लिए, एक ऐतिहासिक दिन है। आज का दिन उस शक्ति की आराधना का दिन है, जो हमारी सेनाओं को संबलता देकर हमारी सेनाओं में निहित होकर दुश्मन पर कहर बरपाती है।