भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे युद्ध में बिचौलिया बनकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्षविराम करा दिया। लेकिन यूक्रेन और रूस के बीच सालों से जारी युद्ध को रोकने की हर जुगत करने के बाद भी डोनाल्ड ट्रंप रुकवा नहीं पा रहे हैं। औऱ तो और रुस के राष्ट्रपति अमेरिका के फरमान और फैसलों को नजरअंदाज कर लगातार यूक्रेन पर बमबारी करने में जुटा हुआ है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ‘सनकी’ कहा

इसको लेकर अब अमेरिकी राष्ट्रपति ने नाराज़गी ज़ाहिर की है. उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को ‘सनकी’ कहा है। ट्रंप ने कहा कि, वो रूस के ख़िलाफ़ और प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। पुतिन को लेकर ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल अकाउंट पर पोस्ट किया, “रूस के व्लादिमीर पुतिन के साथ मेरे हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन उनको कुछ हुआ है.” इतना ही नहीं ट्रंप ने पुतिन को ‘सनकी’ बताते हुए लिखा, “वह बेवजह बहुत से लोगों को मार रहे हैं, और मैं सिर्फ़ सैनिकों की बात नहीं कर रहा हूँ. बिना किसी कारण के यूक्रेन के शहरों में मिसाइल और ड्रोन दागे जा रहे हैं.”
अगर वह ऐसा करते हैं, तो इससे रूस का पतन हो जाएगा!”- ट्रंप

ट्रंप ने आगे लिखा कि, “मैंने हमेशा कहा है कि वह यूक्रेन का सिर्फ़ एक टुकड़ा नहीं, बल्कि पूरा यूक्रेन चाहते हैं, और शायद यह सही साबित हो रहा है, लेकिन अगर वह ऐसा करते हैं, तो इससे रूस का पतन हो जाएगा!” लगे हाथ डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को भी खरीखोटी सुना दी। उन्होंने कहा कि, “राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की जिस तरह से बात करते हैं, उससे वह अपने देश का भला नहीं कर रहे हैं. उनके मुँह से निकलने वाली हर बात समस्याएँ पैदा करती है, मुझे यह पसंद नहीं है, और बेहतर होगा कि इसे रोक दिया जाए.” दरअसल, हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने अमेरिका पर चुप रहने का आरोप मढ़ते हुए कहा था कि, अमेरिका की ‘चुप्पी’ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को प्रोत्साहित कर रही है।
पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी निशाना साधा

ट्रंप यहीं नहीं रुके, उन्होंने तो अपने पोस्ट में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी निशाना साधा। लिखा कि, “यह एक ऐसा युद्ध है जो अगर मैं राष्ट्रपति होता तो कभी शुरू नहीं होता. यह ज़ेलेंस्की, पुतिन और बाइडन का युद्ध है, ‘ट्रंप का’ नहीं, मैं सिर्फ़ एक बड़े संकट से निपटने में मदद कर रहा हूँ, जो घोर अक्षमता और नफ़रत के ज़रिए शुरू की गई है.”
रूस और यूक्रेन का युद्ध 24 फरवरी, 2022 को हुआ था शुरु

बता दें कि, रूस और यूक्रेन का युद्ध 24 फरवरी, 2022 को रूसी संघ द्वारा यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर आक्रमण के बाद लगभग आठ वर्षों से चल रही सक्रिय लड़ाई के बाद शुरू हुआ है, जिसने लाखों लोगों के जीवन को गहराई से प्रभावित किया है। रिपोर्ट्स की मानें तो, युद्ध शुरू होने से पहले ही पूर्वी यूक्रेन के संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले कम से कम 2.9 मिलियन लोगों को मानवीय सहायता की जरुरत थी। लेकिन इस युद्ध ने मानवीय ज़रूरतों को और गहरा कर दिया है। यूक्रेन में स्थिति तेज़ी से बिगड़ती गई क्योंकि देशभर के कई क्षेत्रों में लड़ाई, भारी गोलाबारी, मिसाइल और रॉकेट हमले हुए।
रूस और यूक्रेन कर चुके हैं 1000-1000 कैदियों की अदला-बदली

कई बार संघर्षविराम की बातचीत के बीच दोनों देशों के बीच कई बार सहमति बनी और खत्म हुआ। यहां तक कि हाल ही में रूसी रक्षा मंत्रालय और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने साझा बयान जारी कर बताया कि, रूस और यूक्रेन ने 1000-1000 कैदियों की अदला-बदली पूरी की, जो तीन साल पहले युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक की सबसे बड़ी अदला-बदली है. तीन दिवसीय अदला-बदली में ज़्यादातर युद्ध बंदी और 120-120 नागरिक शामिल थे। साथ ही दोनों पक्षों ने 303 कैदियों की अदला-बदली की। इतने के बावजूद अभी भी दोनों देशों के बीच युद्ध का न तो कोई नतीजा निकल रहा है और न ही ये युद्घ किसी फैसले पर पहुंच रहा है।
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