Edited by: Vandana Ravindra.
आईपीएल 2025 में अब खिताबी दावेदार के लिए कुछ ही मैच बचे हुए हैं। सभी टीमों में प्लेऑफ में पहुंचने की होड है। दरअसल, सोमवार को सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स के बीच मुकाबला बारिश से धुल गया। क्योंकि, टीम को बाकी बचे चार मैचों को जीतना जरुरी था। लेकिन बारिश के कारण दूसरी पारी का खेल नहीं हो सका और दोनों टीमों को एक-एक अंक बांटने पड़े। और सनराइजर्स की टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गई।
टॉप 2 में जगह बनाने का मौका
इधर, दिल्ली की टीम के पास अब भी टॉप 2 में जगह बनाने का मौका है। बारिश ने दिल्ली को एक महत्वपूर्ण अंक दिला दिया। जिससे अब लखनऊ सुपर जाएंट्स के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। उन्हें बाकी बचे तीन मैच हर हाल जीतने होंगे। क्योंकि अब 14 अंक क्वालिफिकेशन के लिए काफी नहीं होगा। छह टीमों के पास 16 या उससे ऊपर अंक अर्जित करने का मौका है। क्योंकि, दिल्ली के तीन मैच बाकी हैं। उन्हें पंजाब किंग्स, गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस का उनके घर में सामना करना है। अगर दिल्ली की टीम 13 अंक हासिल करती है, यानी लगातार तीनों मैच हारती है, तो टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो जाएगी।
दिल्ली को पंजाब से मुकाबला जीतना जरुरी
दिल्ली का अगला मुकाबला पंजाब से ही है और यह मैच डीसी के लिए जीतना बेहद जरूरी है। अगर दिल्ली का सफर 15 अंकों के साथ समाप्त होता है, तो यह टीम चाहेगी कि मुंबई इंडियंस गुजरात और पंजाब दोनों को हरा दे। संयोग से दिल्ली के भी अगले दो मुकाबले वाली यही दो टीमें हैं। इसके साथ ही दिल्ली यह भी मनाएगा कि, कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जाएंट्स एक-एक मैच हार जाएं। अगर दिल्ली की टीम दो मैच जीतने में कामयाब रहती है और इसे 17 अंक मिलते हैं तो केकेआर और पंजाब के साथ उनके अंकबराबर रहेंगे और ये टाई हो सकता है। इस स्थिति में आरसीबी, मुंबई और गुजरात में से कोई दो टीमें 18-18 अंक हासिल करेंगी और शीर्ष स्थान हासिल करने की दावेदार होंगी।
18 नंबरों से बनेगा प्लेऑफ में जगह…
18 अंक भी मुंबई के लिए प्लेऑफ में स्थान बनाने के लिए काफी हैं। क्योंकि पंजाब और दिल्ली या दोनों के खिलाफ एमआई की जीत इन दोनों में किसी एक को 17 अंकों तक सीमित कर देगी। गुजरात के लिए भी 18 अंक पर्याप्त होंगे, भले ही वे दिल्ली और मुंबई के खिलाफ अपने मुकाबले हार जाएं। हालांकि, इस स्थिति में गुजरात को लखनऊ और चेन्नई पर जीत हासिल करनी ही होगी। इस स्थिति में आरसीबी, पंजाब, दिल्ली और मुंबई में से केवल तीन ही उनके बराबर या अधिक अंकों के साथ समाप्त हो सकते हैं, क्योंकि पंजाब, मुंबई और दिल्ली को आपस में ही मुकाबले खेलने हैं।