उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से निकालकर अब विकासशील राज्य के साथ देश की जीडीपी में हिस्सेदारी करने के प्रण लिए हुए यूपी सरकार अब रोजगार पर भी ध्यान दे रही है। इसी क्रम में प्रदेश में पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में सफल 6,0244 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।

यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा में पास होने वाले 60244 अभ्यर्थियों को 15 जून को नियुक्ति पत्र मिलेगा। डीजीपी मुख्यालय की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, आगामी 15 जून को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ नवनियुक्त कांस्टेबलों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। टॉप 50 उम्मीदवारों को गृह मंत्री अमित शाह नियुक्ति पत्र देंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अमित शाह 15 जून को दोपहर करीब 12:05 बजे लखनऊ पहुंचेंगे और करीब 12:30 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचेंगे। वो करीब एक घंटे तक कार्यक्रम में रहेंगे और फिर दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

डीजीपी मुख्यालय में तैनात वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, वितरण के दिन सिर्फ 55 हजार पुलिसकर्मियों को ही पत्र दिए जाएंगे। नए कांस्टेबलों के लिए लंच का भी आयोजन किया गया है। बता दें कि, यूपी पुलिस में 60244 कांस्टेबल पद पर सीधी भर्ती हुई थी। इसमें 12048 महिलाएं कांस्टेबल पद भरे गए हैं। प्रदेश के 67 जनपदों में 1,174 केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया था। 60,000 पदों के लिए 48 लाख से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए थे। बता दें कि पहली बार किसी सुरक्षा बल में इतनी महिलाओ को नियुक्ति पत्र मिलेगा। UP में पिछले 8 वर्षों में 8.50 लाख लोगों को सरकारी नौकरी मिली है। सबसे खास बात यह है कि, पुलिस प्रशासन के सहयोग से प्रदेश के 67 जनपदों में 1174 अविवादित परीक्षा केंद्रों का चयन किया गया था और अच्छे तरह से परीक्षाओं का आयोजन किया गया था। जिसका उदाहरण है कि इतनी बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मी भी अब प्रदेश को अपनी सेवाएं देने को आगे आई है।

जाहिर है, योगी सरकार में पिछले आठ सालों में पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के जरिए युवाओं को नई पहचान मिली है। पहले युवाओं में रोजगार को लेकर चिंता और भय का माहौल था। तब सोच थी कि तैयारी, परीक्षा फिर कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ेंगे उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों में युवाओं के भविष्य को लेकर चिंता की लकीर साफ दिखती थी। जिसमे की युवा पहले परीक्षा की तैयारी फिर फॉर्म भरते और उसके बाद भी परीक्षा होगी या नही ये निश्चय नही था। योगी सरकार ने इस मिथक को तोड़ दिया और अपने ही शासनकाल में बड़ी और पारदर्शी तरीके से भर्तियां की गयीं।

इससे पहले राजधानी में आयोजित मेधावी सम्मान समारोह के मंच पर सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे। जहां उन्होंने मेधावी बच्चों को ई-स्कूटर और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कुछ बच्चों को स्मार्ट फोन और अन्य उपहार दिया गया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि, जीवन में सफलता पाने के लिए यदि हम लगातार प्रयास करेंगे तो जरूर सफल होंगे। बाराबंकी का वह छात्र इसका उदाहरण है, जो वंचित तबके का है। सरयू किनारे रहता है। सुविधाओं का आभाव है। लेकिन, उसने लगन और मेहनत नहीं छोड़ी। वह गांव का पहला छात्र है जिसने हाईस्कूल पास किया। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता है। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के आप सभी मेधावी छात्रों को मैं बधाई देता हूं। आज का दिन आपके लिए महत्वपूर्ण है।

आपको बता दें कि 12 जून को सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में अलग-अलग बोर्डों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 के टॉपर विद्यार्थियों को उपहार दिए। सीएम ने मेधावियों को एक लाख रुपये का चेक, एक टैबलेट, प्रशस्ति पत्र और मेडल दिया। इसके पहले, उन्होंने यूपी माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद, लखनऊ एवं माध्यमिक संस्कृत शिक्षा निदेशालय, नवीन भवन समेत 100 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास किया।

इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि, संपत्ति बनाने में मेहनत लगती है। सार्वजनिक संपत्ति तो राष्ट्र की है. राष्ट्र की संपत्ति को नष्ट करने वाला कानून का मुजरिम है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे. ऐसा सबक सिखाया जाएगा कि आगे से वो कानून को हाथ में लेने से पहले सौ बार सोचेंगे। जाहिर है उत्तर प्रदेश में दंगा-उपद्रव करने के वालों के खिलाफ योगी सरकार बेहद सख्ती से पेश आती है।
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