Edited by: Vandana Ravindra.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ‘नवकार महामंत्र दिवस’ कार्यक्रम में शिरकत की। पीएम ने कहा-नवकार महामंत्र इस विजडम का स्त्रोत बन सकता है, नई पीढ़ी के लिए ये मंत्र जप नहीं दिशा है।
‘नवकार महामंत्र’ का जाप किया
‘नवकार महामंत्र दिवस’ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों के साथ ‘नवकार महामंत्र’ का जाप किया। इसके बाद उन्होंने लोगों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले 9 संकल्पों पर बात की। पीएम ने कहा कि, साथियों जब आज इतनी बड़ी संख्या में नवकार महामंत्र का जाप किया तो मैं चाहता हूं सब ये 9 संकल्प लेकर जाएं।
मौजूद लोगों को 9 संकल्प दिलाए
पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों को 9 संकल्प दिलाते हुए कहा कि, अब पहला संकल्प पानी बचाने का संकल्प है, दूसरा संकल्प है एक पेड़ मां के नाम, तीसरा संकल्प है साफ सफाई का, चौथा संकल्प है वोकल पर लोकल। जिस सामान में भारत की मिट्टी की महक है, हमें उसे खरीदना है और लोगों को भी प्रेरित करना है। फिर उन्होंने बोला पांचवां संकल्प- देश दर्शन, छठां संकल्प-नेचरल फार्मिंग को अपनाना, सांतवां संकल्प-खेलती लाइफस्टाइल को अपनाना, आठवां संकल्प- अपनी जिंदगी में योगा और खेल को अपनाइए, नौंवा संकल्प -गरीबों की मदद करना है।
एक ऐसा भारत जो रुकेगा नहीं, ऐसा भारत जो थमेगा नहीं
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा-मैंने लालकिले से कहा है- विकसित भारत यानी विकास भी, विरासत भी। एक ऐसा भारत जो रुकेगा नहीं, ऐसा भारत जो थमेगा नहीं। जो ऊंचाई छुएगा, लेकिन अपनी जड़ों से नहीं कटेगा। पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘मैं नवकार महामंत्र की इस आध्यात्मिक शक्ति को अब भी अपने अंदर अनुभव कर रहा हूं। कुछ साल पूर्व मैं बंगलूरू में ऐसे ही एक सामुहिक मंत्रोच्चार का साक्षी बना था, आज वही अनुभूति हुई और उतनी ही गहराई में हुई।’
नवकार महामंत्र एक मार्ग इंसान को भीतर से शुद्ध करता है
ये आयोजन एकता का संदेश बना है, जो कोई भारत माता की जय बोलता है, हमें उसे लेकर जाना है। अंत में अपना संबोधन को विराम देते हुए उन्होंने कहा , मैं जैन समाज, मुनि-महाराज को भी नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि नवकार महामंत्र एक मार्ग है। ऐसा मार्ग जो इंसान को भीतर से शुद्ध करता है, जो इंसान को सौहार्द की राह दिखाता है।