18 साल की लंबी यात्रा के बाद उस आरसीबी की टीम ने आखिरकार वो ‘विराट ख्बाव’ पूर कर दिखाया। जिस ट्रॉफी के लिए एक टीम ने सालों तक दुआएं मांगीं, हर हार के बाद भी उम्मीद को नहीं छोड़ा। बेंगलुरु ने खिताबी जीत के सपने को 3 जून को साकार कर दिया।

दरअसल, 3 जून को गुजरात में बेंगलुरु और पंजाब किंग्स के बीच खेले गए आईपीएल-18 के फाइनल में आरसीबी ने महज 6 रनों से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही सालों की उम्मीदों, मायूसियों और फिर से उठ खड़े होने की नई कहानी लिख डाली। ये कहानी सिर्फ एक टीम की नहीं, हर उस फैन की भी है जो ‘Ee Sala Cup Namde’ को सिर्फ एक नारा नहीं, एक इबादत की तरह दोहराता रहा। आज वो नारा मुकम्मल हुआ है, हां, इस बार वाकई कप आरसीबी का हुआ है।

अपनी पहली आईपीएल ट्राफी जीतने के बाद आरसीबी की टीम इसे अपने फैंस के साथ सेलिब्रेट करना चाहती है। जिसके लिए विशेष रुप से परेड का इंतजाम किया गया है। इस बात की जानकारी खुद आरसीबी ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंड पर दी है। आज 4 जून यानि बुधवार को बेंगलुरु में आरसीबी ट्रॉफी के साथ बस परेड होगी। परेड का समय दोपहर में 3:30 बजे रखा गया है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की यह बस परेड विधान सौधा से शुरु होकर एंडिंग पॉइंट एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर जाकर खत्म होगी।

3 जून को खेले गए फाइनल खिताब की बात करें तो, पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने आईपीएल फाइनल में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। ऐसे में आरसीबी ने पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट पर 190 रन बनाए। विराट कोहली ने 3 चौकों की मदद से सबसे ज्यादा 43 रन आरसीबी के लिए बनाए। पंजाब के लिए काइल जैमीसन और अर्शदीप सिंह ने 3-3 विकेट लिए। 191 रन के टारगेट का पीछा करते हुए पीबीकेएस 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 184 रन ही बना पाई और 6 रन से मैच हार गई। पंजाब के लिए शशांक सिंह ने सर्वाधिक नाबाद 61 रन बनाए। आरसीबी के लिए भुवनेश्वर कुमार और क्रुणाल पंड्या ने 2-2 विकेट लिए।
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