12 जून को अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई एयर इंडिया की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर उड़ान टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद क्रैश हो गई। इसमें कुल केबिन क्रू और यात्रियो को मिलाकर कुल 242 लोग यात्रा कर रहे थे। ये प्लेन अस्पताल के छात्रावास में बने मेस पर क्रैश हुआ था। जिसके चलते कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। यात्रियों के अलावा अन्य लोगों को मिलाकर अब तक 274 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस हादसे में केवल विमान की सीट नंबर 11A पर बैठे एक व्यक्ति ब्रिटिश नागरिक विश्वेश कुमार रमेश की जान बची थी।

इस विमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी यात्रा कर रहे थे। उनका अंतिम संस्कार आज किया जाएग। विजय रूपाणी के डीएनए का मिलान सुबह 11:10 बजे हो गया। अहमदाबाद में उनकी फैमिली को विजय रूपाणी का शव सौंपा गया। इस दौरान उनके पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की पत्नी अंजलि रूपाणी ने अपने पति को भावुक विदाई दी।

बता दें कि, इस हादसे में मारे गए लोगों के शवों की पहचान के लिए तीन फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) टीमों को लगाया गया है, जो पीड़ितों के हड्डियों और दांतों के सैंपल्स को उनके परिजनों के खून के नमूनों से मिलान कर रही हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल लाए गए शवों में से 92 नमूनों का डीएनए मिलान पूरा हो चुका है। राज्य सरकार की ओर से शव सौंपते वक्त डेथ सर्टिफिकेट, पुलिस जांच रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल रिपोर्ट (डीएनए मिलान की पुष्टि के साथ), और शव से मिली ज्वेलरी व अन्य सामान परिजनों को दिए जा रहे हैं।

परिजनों को ताबूत सौंपते वक्त खासतौर पर ये संदेश दिया जा रहा है कि, ‘ताबूत मत खोलना…’ शायद ऐसा इसलिए हुआ, उससे भी ज़्यादा दर्दनाक है, वो जो अब देखा नहीं जा सकता है। हालांकि यह 92 नमूने 87 व्यक्तियों के हैं, क्योंकि कुछ मामलों में एक ही व्यक्ति के एक से अधिक शरीर के हिस्से मिले हैं। इधर कई परिवारों ने शवों की पहचान में हो रही देरी और एयरलाइन की लापरवाही से लोगों में नाराजगी और गुस्सा है।

जानकारी के मुताबिक, अभी तक कुल 47 शव ही मिल पाए हैं। जिनमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हैं, ये शव अहमदाबाद, खेड़ा, कोटा, मेहसाणा, भरूच, वडोदरा, अरावली, आणंद, जूनागढ़, भावनगर, अमरेली और माहिसागर आदि जिलों में भेजे जा चुके हैं। बीते दिन भी कुछ पीड़ितों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। लंदन घूमने जा रहे राजस्थान के उदयपुर निवासी मोदी परिवार ने अपने दो बच्चों शुभ (24) और शगुन (23) का अंतिम संस्कार अहमदाबाद के थलतेज श्मशान घाट में किया।

इसके साथ ही चांदखेड़ा में दो लोगों रोज़ार क्रिश्चियन और रचना क्रिश्चियन का भी अंतिम संस्कार चर्च की प्रार्थना सभा के बाद कब्रिस्तान में किया गया। अहमदाबाद में इंतजार कर रहे इम्तियाज़ अली ने कहा, ’72 घंटे से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन अब तक किसी की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली. मेरे भाई जावेद, उनकी पत्नी और दो बच्चों की मौत हो चुकी है. हम सिर्फ इंतजार कर रहे हैं।
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