अहमदाबाद विमान हादसे को आज 48 घंटे से ज्यादा का वक्त बीत चुका है। हादसे की सूचना मिलते ही केन्द्रीय गृह मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया घटनास्थल पर पहुंचे थे। इसके अगली सुबह पीएम मोदी ने अहमदाबाद में हादसे की जगह का दौरा किया। वहीं आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अहमदाबाद पहुंचे हुए हैं। वो ट्रामा सेंटर पहुंचकर विमान हादसे में घायल लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। इसके बाद मल्लिकार्जुन खरगे क्रैश साइट पर भी जाएंगे और वहां जाकर घटनास्थल का मुआयना करेंगे।

बता दें कि, गुजरात में 12 जून को 242 यात्रियों और चालक दल को लेकर लंदन जाने वाला विमान AI171 अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। देखते ही देखते एअर इंडिया का विमान आग का गोला बन गया था। हादसे में विमान में सवार 52 ब्रिटिश नागरिकों सहित 241 लोगों की मौत हो गई थी। एक व्यक्ति हादसे में बच गया था, जिसका इलाज चल रहा है। मरने वालों में राजस्थान से 13, एमपी, हरियाणा और बिहार के एक-एक लोग शामिल हैं। उधर, पूर्व सीएम रूपाणी के शव की पहचान भी अब तक नहीं हो पाई है।

मृतकों की पहचान के लिए उनके परिजन के DNA टेस्ट लिए जा रहे हैं। रेक्स्यू टीम ने 270 लोगों के शव बरामद कर लिए हैं। इनमें से 7 की बॉडी को DNA टेस्ट के बाद परिजन को सौंप दी गई है। 241 मृतक विमान में सवार पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स थे। 5 मृतक उस बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के हैं, जहां प्लेन क्रैश हुआ था। हादसे के वक्त हॉस्टल में 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे। एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े के सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि बोइंग के 787-8 और 787-9 हवाई जहाजों की हर उड़ान से पहले जांच होगी।

सभी रिपोर्ट्स DGCA को सौंपी जाएंगी। डीजीसीए ने एअर इंडिया को जेनएक्स इंजन वाले बोइंग 787-8 और 787-9 विमानों के अतिरिक्त रखरखाव का निर्देश दिया है। यह आदेश 15 जून से लागू हो जाएगा। टाटा ग्रुप की एयर इंडिया के बेड़े में 26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9 हैं। अहमदाबाद में एअर इंडिया फ्लाइट AI-171 हादसे के एक दिन बाद शुक्रवार को एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने ब्लैक बॉक्स को खोज लिया है। यह हॉस्टल की छत पर मिला। इसके जरिए पता चल सकेगा कि, क्रैश होने के पहले आखिरी पलों में क्या हुआ था।

इस पूरी घटना की जानकारी देने के लिए सरकार की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस की गयी। प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव समीर कुमार सिन्हा ने कहा कि, ‘पिछले दो दिन बहुत मुश्किल भरे रहे हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुई दुर्घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस दुर्घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले सभी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल पर गया था, ताकि देख सकूं कि क्या किया जाना चाहिए? क्या सहायता प्रदान की जानी चाहिए? ऐसा ही गुजरात सरकार ने भी किया। भारत सरकार और मंत्रालय के अन्य लोगों भी ऐसा ही कर रहे थे।

सिन्हा ने बताया कि, ’12 जून को दोपहर करीब दो बजे हमें सूचना मिली कि, अहमदाबाद से गैटविक लंदन जा रहा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। हमने तुरंत एटीसी अहमदाबाद के जरिए इस बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की। यह एआईसी 171 था और इसमें कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें 230 यात्री, दो पायलट और 10 क्रू मेंबर शामिल थे। इस विमान ने दोपहर 1:39 बजे उड़ान भरी और कुछ ही सेकंड में करीब 650 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर यह ऊंचाई खोने लगा यानी इसकी ऊंचाई कम होने लगी।’ उन्होंने आगे बताया कि दोपहर 1:39 बजे पायलट ने अहमदाबाद एटीसी को मे डे की सूचना दी यानी पूरी तरह से इमरजेंसी थी। एटीसी के मुताबिक जब उसने विमान से संपर्क करने की कोशिश की तो उसे कोई जवाब नहीं मिला। ठीक एक मिनट बाद यह विमान मेधानीनगर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जो एयरपोर्ट से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

विमान के कैप्टन सुमित सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव सुंदर थे। जहां तक विमान की बात है तो इस दुर्घटना से पहले विमान ने पेरिस-दिल्ली-अहमदाबाद सेक्टर की उड़ान बिना किसी परेशानी के पूरी की थी। दुर्घटना के कारण दोपहर 2:30 बजे रनवे को बंद कर दिया गया और सभी प्रोटोकॉल पूरे करने के बाद शाम पांच बजे से अहमदाबाद के रनवे को सीमित उड़ानों के लिए खोल दिया गया।’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘जब हम घटनास्थल पर पहुंचे तो हमने देखा कि सभी संबंधित विभागों की प्रतिक्रिया टीमें जमीन पर काम कर रही थीं, जो भी संभव हो, बचाव करने की कोशिश कर रही थीं, आग पर काबू पाने और मलबे को हटाने की कोशिश कर रही थीं, ताकि शवों को जल्द से जल्द अस्पताल भेजा जा सके। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो, जिसे विशेष रूप से विमानों के आसपास होने वाली घटनाओं, दुर्घटनाओं की जांच करने के लिए बनाया गया था, को तुरंत सक्रिय किया गया।’
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